First Mega Food Park in Surat, सूरत में गुजरात के पहले मेगा फूड पार्क

     Union Minister Smt Harsimrat Badal inaugurates Gujarat’s first Mega Food Park in Surat; says 2nd Park in Mehsana sanctioned 
     Surat MFP to provide direct and indirect employment to 5,000 persons and benefit about 25,000 farmers 
     Union Minister for Food Processing Industries Smt Harsimrat Kaur Badal today inaugurated the first Mega Food Park in Gujarat. Promoted by M/s Gujarat Agro Infrastructure Mega Food Park Pvt. Ltd the Park is located at Village Shah and Vasravi, Taluka Mangrol, District Surat. A 2nd Mega Food Park has been sanctioned by the Ministry in Mehsana District of Gujarat.
Mega+food+park
    The Gujarat Agro Mega Food Park will benefit the people of Surat District and the people of nearby Districts of Navsari, Tapi, Narmada & Bharuch. This Mega Food Park has been set up in 70.15 acre of land at a cost of Rs. 117.87 crore. The facilities being created by the developer at Central Processing Centre (CPC) of this Mega Food Park include Multi Chamber Cold Store of 3,500 MT (1,500 MT Frozen & 2,000 MT MA), Warehouse of 5,000 MT, IQF of 2 TPH, Pulping Line, QC Laboratory and other related food processing facilities. The Park also has a common administrative building for office and other uses by the entrepreneurs and 4 PPCs at Bharuch, Padra (Vadodara), Valsad and Navsari having facilities for primary processing and storage near the farms.
     Smt. Harsimrat Kaur Badal, inaugurated the Park today in the presence of Sadhvi Niranjan Jyoti, Minister of State for Food Processing Industries, Shri Vijay Rupani, Chief Minister of Gujarat, and Smt. Darshana Vikram Jardosh, Member of Parliament, Lok Sabha, Surat. Speaking on the occasion, Smt. Badal said that the Mega Food Park will leverage an additional investment of about Rs. 250 crores in 25-30 food processing units in the park and generate a turnover of about Rs. 450-500 crore annually. The Park will also provide direct and indirect employment to 5,000 persons and benefit about 25,000 farmers in the CPC and PPC catchment areas.
   The Minister also said that the modern infrastructure for food processing created at Park will benefit the farmers, growers, processors and consumers of Gujarat and adjoining areas immensely and prove to be a big boost to the growth of the food processing sector in the State of Gujarat.
    Smt. Badal also said that the present government is fully committed to providing an environment that is smooth, transparent and easy for investors wanting to start an enterprise in India and in a bid to make India a resilient food economy and the Food Factory of the World, the government has made Food Processing a major thrust area of ‘Make in India’. Smt. Harsimrat Kaur Badal thanked the Chief Minister and the State Government for the support extended by them in setting up the Mega Food Park.
   Ministry of Food Processing Industries is focussed on boosting the food processing industry in India so that agriculture sector grows exponentially and becomes a major contributor to doubling the farmers’ income and to contribute to ‘Make In India’ initiative of the government.
   Aimed at giving a major boost to the food processing sector by adding value and reducing food wastage at each stage of the supply chain with particular focus on perishables, Ministry of Food Processing Industries is implementing Mega Food Park Scheme in the country. Mega Food Parks create modern infrastructure facilities for food processing along the value chain from farm to market with strong forward and backward linkages through a cluster based approach. Common facilities and enabling infrastructure is created at Central Processing Centre and facilities for primary processing and storage is created near the farm in the form of Primary Processing Centers (PPCs) and Collection Centers (CCs). Under the Scheme, Government of India provides financial assistance upto Rs. 50.00 Crore per Mega Food Park project.
केन्‍द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने सूरत में गुजरात के पहले मेगा फूड पार्क का उद्धाटन किया। 
    मेगा फूड पार्क से परोक्ष और अपरोक्ष रूप से पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और 25,000 हजार किसान लाभान्वित होंगे दूसरा ऐसा पार्क मेहसाणा में खोले जाने को मंजूरी दी गई 
    केंद्रीय खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने आज सूरत में गुजरात के पहले मेगा फूड पार्क का उद्घाटन किया। सूरत जिले के मंगलौर तालुका के तहत शाह और वसरावी गांव में स्थित यह पार्क मेसर्स गुजरात एग्रो इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर मेगा फूड पार्क प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है। मंत्रालय ने ऐसा ही दूसरा मेगा फूड पार्क मेहसाणा में बनाए जाने को मंजूरी दे दी है।
Mega+food+park
     इस पार्क के बनने से सूरत के साथ ही नवसारी, तापी, नर्मदा और भरूच के पड़ोसी जिले के लोग भी लाभान्वित होंगे। यह पार्क 70.15 एकड़ भूमि पर 117.87 करोड़ रूपए की लागत से बनाया गया है। इसमें डेवलपर द्वारा बनाए गए केंद्रीय प्रसंस्‍करण केंद्र में 3,500 मीट्रिक टन की भंडारण क्षमता से युक्‍त कई चैंबरों वाला कोल्‍ड स्‍टोर, 5,000 मीट्रिक टन क्षमता वाला वेयर हाउस, सब्जियों और फलों के गूदे निकालने के लिए बड़ी पाइपलाइन, क्‍यूसी प्रयोगशाला और खाद्य प्रसंस्‍करण से जुड़ी ऐसी ही कई अन्‍य सुविधाएं भी उपलब्‍ध कराई गई हैं। खाद्य प्रसंस्‍करण क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों के लिए पार्क में एक प्रशासनिक भवन भी बनाया गया है। इसके अलावा भरूच, पाद्रा (वडोदरा), वलसाड और नवसारी में खेतों के पास ही प्राथमिक स्‍तर पर प्रसंस्‍करण और भंडारण के लिए 4 स्‍थानीय केंद्र भी बनाए गए हैं। 
      श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी, राज्‍य की खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति तथा सूरत से लोकसभा सांसद श्रीमती दर्शन विक्रम जारदोश की मौजूदगी में मेगा फूड पार्क का उद्घाटन किया।
     श्रीमती बादल ने इस अवसर पर कहा कि मेगा फूड पार्क की 25 से 30 खाद्य प्रसंस्‍करण इकाइयों में 250 करोड़ रुपए का अतिरिक्‍त निवेश होने की संभावना है। इस पार्क में करीब 450 से 500 करोड़ रुपए का सालाना कारोबार होगा और इससे परोक्ष और अपरोक्ष रूप से 5,000 लोगों को रोजगार मिलेगा और फूड पार्क के आस-पास के इलाकों के करीब 25,000 किसान लाभन्वित होंगे।
    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फूड पार्क की आधुनिक बुनियादी संरचना से किसान, उत्‍पादक और प्रसंस्‍करण उद्योग से जुड़े लोग तथा उपभोक्‍ता सभी लाभान्वित होंगे। इससे गुजरात के खाद्य प्रसंस्‍करण क्षेत्र के विकास को बड़ा प्रोत्‍साहन मिलेगा। 
     श्रीमती बादल ने कहा कि केंद्र सरकार भारत में उद्यम लगाने के इच्‍छुक निवेशकों को सहज, पारदर्शी और सुलभ कारोबारी माहौल उपलब्‍ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत को खाद्य क्षेत्र में एक मजबूत अर्थव्‍यवस्‍था तथा विश्‍व के एक बड़े केंद्र के रूप में स्‍थापित करने के लिए सरकार ने अपने महत्‍वाकांक्षी मेक इन इंडिया कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्‍करण क्षेत्र पर खास जोर दिया है। श्रीमती कौर ने मेगा फूड पार्क बनाने में सहयोग के लिए राज्‍य के मुख्‍यमंत्री और उनकी सरकार का आभार जताया। 
      खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्रालय देश में खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग को प्रोत्‍साहित करने के विशेष प्रयास कर रहा है ताकि इससे कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिले और यह किसानों की आय दोगुनी करने में बड़ा योगदान कर सके। सरकार का मानना है कि मेक इन इंडिया की पहल इससे ही सफल होगी। 
     खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के मूल्य संवर्धन और आपूर्ति श्रृंखला के प्रत्येक चरण में जल्‍दी नष्‍ट होने वाले खाद्य पदार्थों की बर्बादी को कम करने के उद्देश्य से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने देश में मेगा फूड पार्क योजना लागू की है। मेगा फूड पार्क एक क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण के लिए आधुनिक आधारभूत सुविधाएं प्रदान करता है। केंद्रीय प्रसंस्करण केंद्र में सामान्य सुविधाएं और सक्षम बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाता है और प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्रों (पीपीसी) और संग्रह केंद्रों (सीसी) के रूप में कृषि के पास प्राथमिक प्रसंस्करण और भंडारण की सुविधा दी जाती है। मेगा फूड योजना के तहत, भारत सरकार प्रति मेगा फूड पार्क के लिए 50 करोड़ रुपये की वित्‍तीय मदद देती है।
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