केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की गरिमापूर्ण उपस्थिति में आज दोपहर नॉर्थ ब्लॉक में हलवे की रस्म के साथ आम बजट 2019-20 की छपाई प्रक्रिया शुरू हो गई।
केंद्रीय आम बजट 2019-20 5 जुलाई, 2019 को पेश किया जाना है। बजट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए, बजट तैयार करने की प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को “बंद रहना” होता है। केंद्रीय बजट की प्रस्तुति तक की अवधि तक सभी अधिकारियों को नॉर्थ ब्लॉक में स्थित बजट प्रेस में ही रहना होता है। केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश किए जाने के बाद ही ये अधिकारी और कर्मचारी अपने प्रियजनों के साथ संपर्क कर पाते हैं।
हलवा रस्म में केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य राज्य मंत्री, श्री अनुराग ठाकुर; वित्त सचिव श्री एस.सी. गर्ग; राजस्व सचिव श्री ए.बी.पांडे; डीएफएस में सचिव श्री राजीव कुमार और डीआईपीएएम में सचिव श्री अतनु चक्रवर्ती और अन्य लोग शामिल थे।
सीबीडीटी के अध्यक्ष श्री पी.सी. मोदी; सीबीआईसी के अध्यक्ष श्री पी.के. दास, , सीबीडीटी और सीबीआईसी के सदस्य तथा संयुक्त सचिव (बजट) श्री अरविंद श्रीवास्तव के अलावा बजट तैयार करने और उसकी छपाई की प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। बाद में, वित्त मंत्री ने प्रेस का दौरा किया और छपाई प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की।
क्या होती है हलवा सेरेमनी
भारतीय परंपरा के अनुसार हमेशा से किसी भी शुभ काम की शुरुआत से मीठे के साथ शुरू की जाती है। आम बजट बनाने की प्रकिया भी हलवा सेरेमनी के साथ शुरू की जाती है। इस मौके पर वित्त मंत्री प्रिंटिंग प्रेस से जुड़े कर्मचारियों और अधिकारियों को हलवा बांटकर प्रिंटिंग पक्रिया की शुरुआत करते हैं। इस हलवे को वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों के बीच बांटा जाता है। हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय के लगभग 100 कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिंटिंग प्रेस में अगले कुछ दिनों तक बंद हो जाते हैं। हलवा सेरेमनी के दौरान एक बड़ी सी कढाई में हलवा बनाया जाता है और मंत्रालय के सभी कर्मचारियों के बीच इसे बांटा जाता है।
सालों से जारी है परंपरा
बजट के दस्तावेजों की प्रिटिंग से पहले हलवा बनाने की प्रक्रिया सालों से चलती आ रही है। परंपरा के अनुसार हलवा बनाने वाली कढ़ाई में वित्त मंत्री से घी डलवाया जाता है। वित्त मंत्री द्वारा ही कढ़ाई में हलवा बनाने की शुरुआत की जाती है। हलवा तैयार होने के बाद वित्त मंत्री ही मौजूद कर्मचारियों को हलवा परोसते हैं।
कमरे बंद रहते हैं कर्मचारी
हलवा रस्म के साथ ही बजट को तैयार करने वाले वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को मंत्रालय में ही रहना पड़ता है। संसद में बजट पेश होने तक बजट से जुड़े सभी कर्मचारी अपने परिवार और बाहरी दुनिया से दूर रहते हैं।इस दौरान कर्मचारियों को ईमेल, मोबाइल या अन्य किसी भी संचार माध्यमों से परिवार से संपर्क करने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें घर जाने तक की अनुमति नहीं होती है।