“मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना” की जानकारी देंगे। उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए आँचल अमृत योजना शुरू की गयी है। यह योजना वर्ष 2019 में त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा संचालित की गयी है। उत्तराखंड की महिला एवं बाल विकास मंत्री के अनुसार प्रदेश में लगभग 18 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। अतः आँचल अमृत योजना को प्रदेश में कुपोषण की समस्या पर नियंत्रण पाने के लिए अभियान के रूप में चलाया जाना सुनिश्चित किया गया है। योजना के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों को सप्ताह में दो बार दूध दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना उत्तराखंड 2020
- उत्तराखंड सीएम आँचल अमृत योजना के लिए पात्रता
- मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना की मुख्य विशेषताएं
मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना उत्तराखंड 2020
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चे का नाम पंजीकृत होना आवश्यक होगा।
- आंगनबाड़ी केन्द्रों मे पढ़ने वाले 3 से 6 वर्ष के बच्चों को योजना का लाभ प्राप्त होगा।
- आँचल अमृत योजना का लाभ प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्र पर पढ़ने वाले बच्चों को प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना की मुख्य विशेषताएं
- आँचल अमृत योजना के तहत प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्र में 3 से 6 वर्ष के बच्चों को सप्ताह में दो बार मुफ्त दूध दिया जाएगा।
- बच्चों को हर बार 100 मिली दूध देने का प्रावधान किया गया है। इस प्रकार एक सप्ताह में प्रत्येक बच्चे को 200 मिली दूध दिया जाएगा।
- जिससे बच्चों में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन एवं मिनरल्स की कमी नहीं होगी। जिससे बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
- बच्चों को दूध वितरित करने के लिए प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों को सरकार की तरफ से फ्लेवर्ड मिल्क पाउडर उपलब्ध करवाया जाएगा।
- आँचल अमृत योजना से प्रदेश के लगभग 2.5 लाख बच्चों में कुपोषण को दूर किया जा सकेगा।
- उत्तराखंड में कुल 20 हज़ार आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन सभी केन्द्रों पर स्कूल में प्रवेश लेने से पहले 3 से 6 तक के बीपीएल श्रेणी के बच्चे आते हैं।
- मुफ्त दूध मिलने से इन बच्चों में कुपोषण की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
- Anchal Amrit Yojana का लाभ लेने के लिए प्रदेश के 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्र में नाम रजिस्टर होना आवश्यक होगा।