Knowledge Involvement in Research Advancement through Nurturing (KIRAN) Programme for Women महिलाओं के लिए किरण कार्यक्रम

Knowledge Involvement in Research Advancement through Nurturing (KIRAN) Programme for Women महिलाओं के लिए किरण कार्यक्रम

GOVERNMENT OF INDIA

MINISTRY OF SCIENCE AND TECHNOLOGY
DEPARTMENT OF SCIENCE AND TECHNOLOGY 

LOK SABHA

UNSTARRED QUESTION No. 4062

ANSWERED ON 19/03/2021

KIRAN PROGRAMME FOR WOMEN 

4062. SHRI DHARMENDRA KASHYAP

Will the Minister of SCIENCE AND TECHNOLOGY  be pleased to state:

(a) whether the Government has launched Knowledge Involvement in Research Advancement through Nurturing (KIRAN) programme for encouraging women in the field of science;

(b) if so, the details thereof; and

(c) the funds allotted for said programme in current financial year?

KIRAN PROGRAMME FOR WOMEN
ANSWER

MINISTER OF HEALTH AND FAMILY WELFARE; MINISTER
OF SCIENCE AND TECHNOLOGY; AND MINISTER OF EARTH SCIENCES

(DR. HARSH VARDHAN)

(a) & (b) Yes, the Department of Science and Technology (DST) has started ‘Knowledge Involvement Research Advancement through Nurturing (KIRAN)’ Scheme in 2014-15 to encourage women in the field of Science and Technology(S&T) through gender enabling programs. ‘Women Scientist Scheme’ under KIRAN provides career opportunities to unemployed women scientists and technologists,  especially  those who had a break in career. 

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There are three major components of Women Scientists Scheme namely, i) Women Scientists Scheme-A (WOS-A) for conducting research in Basic & Applied Sciences, ii) Women Scientists Scheme-B (WOS-B) for research projects that entail S&T interventions for societal benefit and iii) Women Scientists Scheme-C (WOS-C) enables them to become Intellectual Property Rights (IPR) professional. The Mobility programme has been introduced under KIRAN to address relocation issue of working Women Scientists. Further, ‘Indo-US Fellowship for Women in STEMM’ (Science, Technology, Engineering, Mathematics & Medicine) programme provides opportunities to Indian Women Scientists, Engineers & Technologists to undertake International collaborative research in premier institutions in the USA for duration of 3-6 months. Under KIRAN, institutional support is also provided through ‘Consolidation of University Research through Innovation and Excellence in Women Universities (CURIE)’ Programme in order to enhance women’s participation in Research & Development activities in S&T domain. The ‘Science & Technology for Women’ Scheme is focused on empowering women in livelihood generation through suitable technologies and available natural resources in their native areas, which has led to income generation and creation of livelihood opportunities for them.

The DST has started a new programme “Vigyan Jyoti” for meritorious girl students of Class 9 to 12 in order to increase participation of women in STEM (Science Technology Engineering and mathematics), especially in the fields where women are underrepresented. Another new initiative of DST ‘Gender Advancement for Transforming Institutions (GATI)’ has been started during 2019-20 which aims to transform institutions for more gender sensitive approach and inclusiveness with ultimate goal to improve the gender equity in S&T domain.

(c) The fund allocated for KIRAN Scheme in current financial year is Rs. 95.00 Crore (Revised Estimate).

भारत सरकार
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग
लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संखया 4062
शुक्रवार 19 मार्च, 2021 को उत्तर देने के लिए

महिलाओं के लिए किरण कार्यक्रम
4062. श्री धर्मेन्द्र कश्यप
क्या विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :
(क) क्या सरकार विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए नॉलेज इनवोल्वमेन्ट इन रिसर्च एडवासमेन्ट श्री नरचरिंग (किरण) कार्यक्रम शुरू किया है;
(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है; और
(ग) चालू वित्त वर्ष में उक्त कार्यक्रम के लिए कितनी धनराशि आवंटित की गई है ?
उत्तर
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री और पृथ्वी विज्ञान मंत्री
(डा. हर्ष वर्धन)
(क) और (ख): जी हाँ, विज्ञान और प्रौदयोगिकी विभाग (डीएसटी) ने महिला समथर्थकारी कार्यक्रम के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एस एंड टी) के क्षेत्र में महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए 2014-15 में ‘प्रशिक्षण के माध्यम से अनुसंधान संवर्धन में ज्ञान की सहभागिता (किरण)’ स्कीम प्रारम्भ की है। किरण के तहत ‘महिला वैज्ञानिक स्कीम’ बेरोजगार महिला वैज्ञानिकों और प्रोज्ञोगिकीविदों विशेष रूप से करियर में व्यवधान ग्रस्त महिलाओं को करियर बनाने का अवसर प्रदान करती है। 
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महिला वैज्ञानिक स्कीम के तीन प्रमुख घटक, नामतः |) आधारभूत और अनुप्रयुक्त विज्ञान में अनुसंधान करने के लिए महिला वैज्ञानिक स्कीम -ए (डब्ल्यूओएस-ए);1) सामाजिक लाभ के लिए एसएंडटी के बेहतरकारी उपाय को आवश्यक बनाने वाली अनुसंधान परियोजना के लिए महिला वैज्ञानिक स्कीम -बी (डब्ल्यूओएस-बी) और ॥) बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर) व्यवसायी बनाने में महित्राओं को समर्थ बनाने वाली महिला वैज्ञानिक स्कीम सी (डब्ल्यूओएस-सी) हैं | 2016-17 में कामकाजी महिला वैज्ञानिकों के पुन: स्थापन के मुद्दे का समाधान निकालने के लिए किरण के अंतर्गत गतिशीलता कार्यक्रम प्रवर्तित किया गया है। ‘एसटीईएमएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरी, गणित और चिकित्सा) में महित्राओं के लिए भारत-यूएस अध्येतावृत्ति’ कार्यक्रम भारतीय महिला वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और प्रोदयोगिकीविदों को यूएसए स्थित प्रमुख संस्थानों में 3-6 महीने की अवधि के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहकारी अनुसंधान करने का अवसर प्रदान करता है। किरण के अंतर्गत, एस एंड टी प्रक्षेत्र में अनुसंधान ओर विकास गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ‘महिला विश्वविद्यालयों में नवाचार और उत्तकृष्टता के माध्यम से विश्वविद्यालय अनुसंधान समेकन (क्यूरी)’ कार्यक्रम के माध्यम से संस्थागत सहायता भी प्रदान की जाती है। ‘महिलाओं के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी’ स्कीम महिलाओं के मूलनिवास क्षेत्रों में उपयुक्त प्रोद्योगिकियों और उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम से जीविका सृजन में उनको सक्षम बनाने पर केंद्रित है जिससे उनके लिए आय सृजन और जीविका के अवसर का सृजन संभव हो सका है। डीएसटी ने स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरी और गणित) में महिलाओं की भागीदारी विशेष रूप से उनके नन्‍्यून प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों में बढ़ाने के लिए, 9वीं से 12वीं कक्षा की मेधावती छात्राओं के लिए “विज्ञान ज्योति” नामक नया कार्यक्रम शुरू किया है। डीएसटी की अन्य नई पहल ‘संस्थान रूपांतरक महिला उन्‍नति (जीएटीआई)’ को 2019-20 के दौरान शुरू किया गया है जिसका लक्ष्य संस्थानों को अधिक स्त्री संवेदी उपागम और समावेशिता की दृष्टि से रूपांतरित करना है, ताकि एस एंड टी प्रक्षेत्र में स्त्री समानता बेहतर करने का मूल उद्देश्य प्राप्त किया जा सके।
(ग) वर्तमान वित्तीय वर्ष में किरण स्कीम के लिए आवंटित निधि 95.00 करोड़ रुपए (संशोधित अनुमान) है।
नोट :- हमारे वेबसाइट www.indiangovtscheme.com पर ऐसी जानकारी रोजाना आती रहती है, तो आप ऐसी ही सरकारी योजनाओं की जानकारी पाने के लिए हमारे वेबसाइट www.indiangovtscheme.com से जुड़े रहे। 
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