Ghaziabad-Pt. Deen Dayal Upadhyay section longest fully automatic block signalling section of Indian Railways

Ghaziabad-Pt. Deen Dayal Upadhyay section longest fully automatic block signalling section of Indian Railways
Ministry of Railways रेल मंत्रालय

Ghaziabad-Pt. Deen Dayal Upadhyay section (762 KM) becomes the longest fully automatic block signalling section of Indian Railways

गाजियाबाद – पं. दीन दयाल उपाध्याय खंड (762 किलोमीटर) भारतीय रेल का सबसे लंबा पूर्ण स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग खंड बन गया है

Total Auto Signal Commissioned in FY- 2022-23 (30th December 2022) in North Central Railway is 139.42 RKM

वित्तीय वर्ष 2022-23 (30 दिसंबर 2022) के दौरान उत्तर मध्य रेलवे में शुरू किया गया कुल स्वचालित सिग्नल 139.42 आरकेएम है

Electronic Interlocking are being adopted on a large scale to derive benefits of digital technologies in train operation and to enhance safety

रेलगाड़ियों के परिचालन और सुरक्षा बढ़ाने में डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाने हेतु बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को अपनाया जा रहा है

Posted On: 05 JAN 2023 12:17PM by PIB Delhi
In order to increase line capacity to run more trains on existing High Density Routes of Indian Railways, Automatic Block Signalling (ABS) is a cost effective solution. Indian Railways has been rolling out Automatic Block signalling on a mission mode. ABS has been commissioned on 268 Rkm during 2022-23. As on 31.12.2022, ABS has been provided on 3706 Route km over IR. With implementation of Automatic Signalling, increase in capacity will accrue resulting in more train services becoming possible.
automatic block signalling section of Indian Railways
भारतीय रेल के मौजूदा उच्च घनत्व वाले मार्गों पर और अधिक रेलगाडियां चलाने के लिए लाइन क्षमता बढ़ाने हेतु, स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग (एबीएस) एक किफायती उपाय है। भारतीय रेल मिशन मोड पर स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग की शुरूआत कर रहा है। एबीएस को 2022-23 के दौरान 268 आरकेएम पर अधिकृत किया गया है।  31 दिसम्बर 2022 तक भारतीय रेल के 3706 रूट किमी पर एबीएस की सुविधा प्रदान की गई है। स्वचालित सिग्नलिंग के कार्यान्वयन से क्षमता में वृद्धि होगी जिसके परिणामस्वरूप अधिक रेल सेवाएं संभव होंगी।
Electronic Interlocking are being adopted on a large scale to derive benefits of digital technologies in train operation and to enhance safety. Electronic Interlocking systems have been provided at 347 stations during 2022-23. So far 2888 stations have been provided with Electronic Interlocking up to 31.12.2022 covering 45.5% of IR.
रेलगाड़ियों के परिचालन में डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को अपनाया जा रहा है। वर्ष 2022-23 के दौरान 347 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की सुविधा प्रदान की गई है। अब तक भारतीय रेल के 45.5 प्रतिशत हिस्से को कवर करते हुए 2888 स्टेशनों को 31 दिसम्बर 2022 तक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की सुविधा दी गई है।
Recently, with the commissioning of Automatic signalling system in Sath Naraini- Rundhi- Faizullapur Station section of Prayagraj Division, 762 KM long Ghaziabad-Pt. Deen Dayal Upadhyay section has been fully automated and has also become the longest automatic block signalling section of Indian Railways.
हाल ही में, प्रयागराज मंडल के साथ सतनरैनी-रुंधी-फैजुल्लापुर स्टेशन खंड में स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली की शुरुआत के साथ, 762 किलोमीटर लंबा गाजियाबाद-पं. दीन दयाल उपाध्याय खंड पूरी तरह से स्वचालित हो गया है और यह भारतीय रेल का सबसे लंबा स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग खंड भी बन गया है।

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