Performance Grading Index 2.0 for States/UTs for the year 2021-22 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 पर रिपोर्ट जारी

Performance Grading Index 2.0 for States/UTs for the year 2021-22 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 पर रिपोर्ट जारी

शिक्षा मंत्रालय Ministry of Education

शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2021-22 के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 पर रिपोर्ट जारी की

Ministry of Education releases report on Performance Grading Index 2.0 for States/UTs for the year 2021-22.

यह रिपोर्ट एक समान पैमाने पर राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है

The report grades performance of States/ UTs on a uniform scale.
Posted On: 07 JUL 2023 4:49PM by PIB Delhi
भारतीय शिक्षा प्रणाली विश्‍व की सबसे बड़ी शिक्षा प्रणालियों में से है। इस प्रणाली में लगभग 14.9 लाख विद्यालय, 95 लाख शिक्षक और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के लगभग 26.5 करोड़ छात्र हैं। शिक्षा मंत्रालय के साक्षरता विभाग ने स्कूली शिक्षा और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) तैयार किया है जो व्यापक विश्लेषण के लिए एक सूचकांक बनाकर राज्य/केंद्र शासित क्षेत्र स्तर पर स्कूल शिक्षा प्रणाली के प्रदर्शन का आकलन करता है। केंद्र शासित प्रदेशों को पहली बार वर्ष 2017-18 के लिए जारी किया गया था और अब वर्ष 2020-21 तक का जारी किया गया है।
The Indian Education System is one of the largest in the world with about 14.9 lakh schools, 95 lakh teachers, and nearly 26.5 crore students from varied socio-economic backgrounds. Department of School Education & Literacy, Ministry of Education, devised Performance Grading Index (PGI) for States and UTs which assesses the performance of school education system at the State/UT level by creating an index for comprehensive analysis. The PGI – States/UTs was first released for the year 2017-18 and so far, has been released up to the year 2020-21.
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इस अवधि के दौरान, प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स-राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कई संकेतक समाप्त और निरर्थक हो गए हैं। इसके अतिरिक्‍त प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स – राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की संरचना गुणवत्ता संकेतकों के बजाय शासन प्रक्रियाओं से संबंधित संकेतकों की ओर काफी झुका हुआ है। इसलिए, गुणवत्ता संकेतकों के साथ अधिक अद्यतन आधार रखने के लिए, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की नई पहल शुरू की गई। सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लक्ष्य 4 से संबंधित संकेतकों की निगरानी करने और वर्तमान में संकेतकों को बदलने के लिए, जिन्होंने इष्टतम लक्ष्य प्राप्त किया है, 2021-22 के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स – राज्य संरचना को संशोधित किया गया है और इसका नाम बदलकर पीजीआई 2.0 कर दिया गया है। प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 में, कई संकेतकों के लिए डेटा स्रोत यूडीआईएसई + से डेटा रहा है और ग्रेड को एकरूपता एवं बेहतर तुलनात्मकता के लिए पीजीआई – जिले के साथ संयोजित किया गया है।
Over the period, many of the indicators in PGI – States/UTs have been outlived and become redundant. Also, the structure of PGI – States/UTs has been heavily tilted towards the indicators related to Governance Processes rather than the quality indicators. Therefore, to have more updated base with quality indicators, to align with new initiatives of the National Education Policy (NEP) 2020, to monitor indicators relating to Goal 4 of Sustainable Development Goals (SDGs), and to replace existing indicators which have achieved optimal target, the PGI – State structure for 2021-22 has been revised and renamed as PGI 2.0. In PGI 2.0 , the data source for many of the indicators has been the data from UDISE+ and the grades have been aligned with the PGI – District to have uniformity and better comparability.
नए पीजीआई ढांचे में 73 संकेतक शामिल हैं, जो डिजिटल पहल और शिक्षक शिक्षा को शामिल करने के अलावा गुणात्मक मूल्यांकन पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं। पीजीआई के पिछले संस्करण में राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त ग्रेड/स्तर इस प्रकार इस नए संस्करण में राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त ग्रेड/स्तरों के साथ तुलनीय नहीं हैं।
The new PGI structure covers 73 indicators, focused more on qualitative assessment besides including digital initiatives and teacher education. The grades/level obtained by States/UTs in previous edition of the PGIs are thus not comparable as with the grades/levels obtained by States/UTs in this new edition.
प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 संरचना में 73 संकेतकों में 1000 अंक शामिल हैं, जिन्हें 2 श्रेणियों में बांटा गया है, अर्थात, परिणाम, शासन प्रबंधन (जीएम)। इन श्रेणियों को 6 डोमेन में विभाजित किया गया है, अर्थात्, लर्निंग आउटकम (एलओ), एक्सेस (ए), इंफ्रास्ट्रक्चर एंड फैसिलिटीज (आईएफ), इक्विटी (ई), गवर्नेंस प्रोसेस (जीपी) और टीचर्स एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (टीई एंड टी)।
The PGI 2.0 structure comprises of 1000 points across 73 indicators grouped into 2 categories viz., Outcomes, Governance Management (GM). These categories are further divided into 6 domains, viz., Learning Outcomes (LO), Access (A), Infrastructure & Facilities (IF), Equity (E), Governance Process (GP) & Teachers Education and Training (TE&T).
वर्ष 2021-22 के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को दस श्रेणियों में वर्गीकृत किया है, अर्थात, उच्चतम ग्रेड दक्ष है, जो कुल 1000 अंकों में से 940 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के लिए है। सबसे कम ग्रेड आकांशी-3 है जो 460 तक के स्कोर के लिए है। प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 का अंतिम उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बहु-आयामी युक्तियों की दिशा में प्रेरित करना है जो सभी आयामों को कवर करते हुए बहुत वांछित इष्टतम शिक्षा परिणाम लाएगा। प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 के संकेतकों को प्रगति पर उचित नज़र रखने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन के बाद शुरू की गई नीतिगत पहलों और युक्तियों के साथ जोड़ा गया है। प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अंतराल को इंगित करने और तदनुसार युक्ति के लिए क्षेत्रों को प्राथमिकता देने में मदद मिलने की उम्मीद है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्कूल शिक्षा प्रणाली हर स्तर पर मजबूत है।
PGI 2.0 for 2021-22 classified the States/UTs into ten grades viz., highest achievable Grade is Daksh, which is for State/UT scoring more than 940 points out of total of 1000 points.  The lowest grade is Akanshi-3 which is for score up to 460.  The ultimate aim of PGI 2.0 is to propel States & UTs towards undertaking multi-pronged interventions that will bring about the much-desired optimal education outcomes covering all dimensions. Indicators of PGI 2.0 have been aligned to policy initiatives and interventions introduced post implementation of National Education policy (NEP) 2020 for proper tracking the progress.  The PGI 2.0 is expected to help States and UTs to pinpoint the gaps and accordingly prioritize areas for intervention to ensure that the school education system is robust at every level.
वर्ष 2021-22 में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त पीजीआई 2.0 स्कोर और ग्रेड पीजीआई प्रणाली की प्रभावोत्‍पादकता का प्रमाण हैं। संकेतक-वार पीजीआई 2.0 स्कोर उन क्षेत्रों को दर्शाता है जहां एक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश को सुधार करने की आवश्यकता है।
PGI 2.0 scores and grades achieved by States/UTs in 2021-22 bear a testimony to the efficacy of the PGI system. The indicator-wise PGI 2.0 score shows the areas where a State/UT needs to improve.
वर्ष 2021-22 के लिए पीजीआई 2.0 रिपोर्ट को एक्‍सेस किया जा सकता है।

नोट :- हमारे वेबसाइट www.indiangovtscheme.com पर ऐसी जानकारी रोजाना आती रहती है, तो आप ऐसी ही सरकारी योजनाओं की जानकारी पाने के लिए हमारे वेबसाइट www.indiangovtscheme.com से जुड़े रहे।

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