Mukhyamantri Bal Seva Yojana मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है?
इस योजना का आरंभ इस योजना के माध्यम से उन बच्चों की आर्थिक सहायता के साथ-साथ और सुविधा दी जा सके जिससे कि वह अपना जीवन यापन कर सके और अपने जीवन को अच्छी तरह से कैरियर आगे बना सके इसके लिए सरकार के बहुत से ऐसे योजनाओं का संचालन करने वाला है और एक नई योजना का संचालन किया जा रहा है जिसका नाम Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2022 है जिस उम्मीदवार को इस योजना का लाभ उठाना है अगर वह भी चाहते हैं कि इस योजना के अंतर्गत हम भी आवेदन करें तो उसके लिए क्या पात्रता है इसके लिए क्या महत्वपूर्ण दस्तावेज होगी इसके लिए क्या आवेदन करने की प्रक्रिया आपको हम अपने हिसाब टिकल के जरिए बताने वाले हैं।
Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2022
उत्तर प्रदेश के सरकार को द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को संचालन किया गया है इस योजना का माध्यम से सभी जितने भी बच्चे जिनके भी माता-पिता करो ना खाली में कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई है उन सभी के बच्चों को इसे मदद की जाएगी और इस योजना को 30 मई 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा आरंभ किया गया है इस योजना के माध्यम से ना केवल उन बच्चों की आर्थिक सहायता की जाएगी बल्कि उनकी पढ़ाई से लेकर उनके विवाह तक का खर्चा पूरे सरकार के द्वारा ही उठाया जाएगा और वह किया जाएगा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत सभी बच्चों को पालन पोषण के लिए और उनके बच्चे को पढ़ाई के लिए उसके अभिभावक को ₹4000 की आर्थिक सहायता सरकार के द्वारा दिया जाएगा।
इसके अलावा इस योजना के माध्यम से जो भी लड़कियां की शादी होने वाली होगी उनको शादी के लिए आर्थिक सहायता भी दिया जाएगा यदि बच्चे की आयु 10 वर्ष से कम है तो उनका कोई अभिभावक अगर नहीं है तो उनको राजकीय बाल गिरी से आवासीय सुविधा भी दिया जाएगा और लड़कियों को भी अलग से आवासीय सुविधा दी जाएगी और सभी बच्चे जो स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे हैं उन्हें लैपटॉप टैबलेट भी इस योजना के अंतर्गत दिए जाएंगे जिससे वह आगे की पढ़ाई कर सकें।
योजना के द्वारा लांच किया जाएगा एमआईएस पोर्टल
आप सभी को बता दूं की देश में कोरोनावायरस के कारण अनाथ हुए जितने भी बच्चे हैं उन सभी का भरण पोषण और शिक्षा और चिकित्सा का ध्यान रखते हुए उत्तर प्रदेश के सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को आरंभ किया गया है और इस योजना को तहत जितने भी विभाग की ओर से जमीनी स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं सरकार के द्वारा इस महीने में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एमआईएस पोर्टल लांच किया गया और इसका निर्णय लिया गया एमआईएस पोर्टल पर दो तरह की जानकारी उपलब्ध होगी जिसमें निरीक्षक महिलाओं एवं बच्चों की एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के सभी लाभार्थियों की जानकारी इस योजना पर दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत बच्चों को भीउन सभी की संख्या 1149 है और यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पंजीकृत बच्चों की संख्या 5200 है पंजीकृत बच्चों से संबंधित सभी जानकारी दो पोर्टल पर आपको मिल सकती है जिनमें उनका पता स्वास्थ्य कार्ड से संभावित होना तथा अन्य जानकारी भी सम्मिलित है।
इस योजना के अंतर्गत दिया जाएगा इतने बच्चों को लाभ
उत्तर प्रदेश सरकार वत्सल्या मिशन के तहत चाइल्डकैअर इंस्टीट्यूट और किशोर न्याय परिषद और बाल कल्याण समिति के लिए पोर्टल एमआईएस शुरू करेगी। यह पोर्टल जून 2022 में शुरू होगा। इस पोर्टल के माध्यम से, इस योजना से संबंधित सभी भौतिक और वित्तीय जानकारी ऑनलाइन दी जाएगी। इसके अलावा, योजना के संचालन की प्रभावी पर्यवेक्षण और समीक्षा भी की जाएगी। बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास से संबंधित डेटा का डिजिटलाइज़ेशन इस पोर्टल पर किया जाएगा। इसके अलावा, बच्चे गलत पोर्टल के माध्यम से बनाए रखने, संरक्षण और पुनर्निर्माण करने में सक्षम होंगे।
यह पोर्टल बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय परिषद के कार्यों की समीक्षा करने में भी प्रभावी साबित होगा। महिलाओं और बाल विकास के लिए कल्याण विभाग द्वारा 100 -दिन की कार्य योजना तैयार की गई है। सरकार के संचार घर का उद्घाटन शाहजहानपुर में किया जाएगा। इस ग्रह के निर्माण में सरकार द्वारा कई करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। जिसकी क्षमता 50 है।
इस योजना के तहत, 11049 बच्चों को COVID-19 योजना के तहत लॉन्च किया गया है। सामान्य योजना से कुल 5284, कोविड -19 योजना से 480 अनाथ, माता-पिता के साथ 10509 बच्चे, सामान्य योजना से कुल 295 अनाथ, सामान्य योजना के तहत, सामान्य योजना के तहत 4989 बच्चों ने अध्यक्ष से लाभ प्रदान किया। सामान्य योजना के तहत एकल माता -पिता वाले बच्चों के लिए बाल सेवा योजना के लाभ दिया जाएगा और उनका आर्थिक स्थिति में सुधार लाया जाएगा और उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का 6000 बच्चों किए आवेदन?
Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2022 को उनके माता -पिता या बच्चों के लिए लॉन्च किया गया था, जिन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अपने माता -पिता को खो दिया था। इस योजना के माध्यम से, न केवल बच्चों को वित्तीय सहायता दी जाती है, बल्कि विवाह के लिए उनके अध्ययन की लागत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वहन की जाती है। अब तक, इस योजना के माध्यम से 6000 बच्चों को लाभ हुआ है। यह योजना महिला और बाल विकास विभाग द्वारा लागू की जा रही है। प्राप्त सभी आवेदनों को सत्यापित करने के बाद, लाभार्थियों को महिलाओं और बच्चों के विकास विभाग द्वारा चुना जाता है। 2000 नए बच्चों को भी विभाग द्वारा चुना गया है। जिन लोगों को इस महीने किस्तों को दी जाएगी।
कुंदन सिंह के काल अनाथ हुई सभी बालिकाओं को नवापुर आर्थिक सहायता सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत सभी बालिकाओं को आर्थिक सहायता दिया जाएगा जिसे उन सभी को 15 दिन के अंदर ही उन सभी को सहायता किया जाएगा और उन सभी को 15 दिन के अंदर सभी लाभ दे दिया जाएगा लेकिन पहले आवश्यक दस्तावेजों की जांच की जाएगी और इस बात के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्य सचिव के द्वारा दिया गया है सभी चिन्हित बालिका एवं उनके अभिभावक और संरक्षक इकाई से सीधे संपर्क कर सकते हैं और इस कार्य के लिए जनपद स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है सभी जिला अधिकारी को पत्र आवेदन का प्रारूप भी भेजा गया है इस योजना के अंतर्गत शादी योग्य हो जाने पर जब बालिका हो जाएगी तो उसे ₹1000000 की राशि दी जाएगी जिससे उसकी शादी आसानी से हो सके।
Key Highlights Of Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2022
योजना का नाम |
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना |
किसने आरंभ की |
उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी |
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ हुए उत्तर प्रदेश के |
उद्देश्य |
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक |
आधिकारिक वेबसाइट |
अभी आरंभ नहीं की गई |
साल |
2022 |
आर्थिक सहायता |
₹4000 प्रतिमाह |
आवेदन का प्रकार |
ऑनलाइन/ऑफलाइन |
- Mukhyamantri Bal Seva Yojana को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा 30 मई 2021 को आरंभ किया गया है।
- इस Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2022 के अंतर्गत ना केवल बच्चों को आर्थिक सहायता दिया जाता है बल्कि उन सभी को बधाई से लेकर उनकी विवाह तक का सारा खर्चा सरकार के द्वारा ही दिया जाता है।
- इसके बाद जो भी बच्चे हैं उन सभी का पालन पोषण के लिए प्रतिमा सरकार के द्वारा ₹4000 की सहायता राशि दिया जाता है।
- आर्थिक सहायता बच्चे के व्यस्त होने तक दी जाती है।
- इसके अलावा इस योजना के माध्यम से लड़कियों की शादी के लिए 1000000 रुपए तक की आर्थिक सहायता दिया जाता है।
- इस योजना के अंतर्गत आने वाले बच्चों की आयु 10 वर्ष से कम है तो उसका भी अभिभावक नहीं है तो इस स्थिति में बच्चे को आवासीय सुविधा भी दिया जाएगा।
- सुविधा राजकीय बालिका के माध्यम से दिया जाएगी
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के माध्यम से सभी पढ़ाई कर रहे बच्चों को लैपटॉप या टैबलेट भी दिया जाएगा।
- Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2022 के माध्यम से सभी पढ़ाई कर रहे बच्चों को लैपटॉप या टैबलेट भी दिया जाएगा।
- इस योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा जिन्होंने अपने लीगल गार्डियन या फिर आय अर्जित करने वाले अभिभावकों करो ना संक्रमण के कारण खो दिया है।
- सभी व्यास के लड़कियों को भारत सरकार के द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय प्रवेश सरकार के द्वारा संचालित राजकीय बालिका एवं अटल आवासीय विद्यालय के माध्यम से शिक्षा एवं आवास की सुविधा दिया जाएगा।
- आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- जो बच्चे कोविड -19 के कारण अपने माता-पिता को खो देते हैं।
- जो बच्चे अपने कानूनी अभिभावकों को खो देते हैं क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण इस योजना में आवश्यकताओं को पूरा करता है।
- जो बच्चे अभिभावक के कारण अपनी आय खो देते हैं, जिन्होंने कोविड -19 के कारण आय अर्जित की।
- ऐसे बच्चे जिनके माता -पिता केवल एक रहते हैं और कोरोना वायरस के संक्रमण से मर गए हैं।
- बच्चे की उम्र 18 वर्ष या 18 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- परिवार के सभी बच्चे (जैविक और कानूनी रूप से गोद लेने) इस योजना से लाभान्वित हो पाएंगे।
- वर्तमान में, माता या पिता जो रहते हैं, उन्हें ₹ 200000 या 200000 से कम से कम होना चाहिए।
- आवेदककर्ता उत्तरप्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए
- बच्चे का आयु पर्माणपत्र
- प्री -एप्लिकेशन में बच्चों और अभिभावकों की नवीनतम तस्वीरें शामिल हैं
- अभिभावक मृत्यु प्रमाणपत्र
- राजस्व प्रमाण पत्र (यदि दोनों माता -पिता मर जाते हैं, तो मामले में आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है।)
- शिक्षण संस्थानों में पंजीकरण प्रमाणपत्र
- आवेदन पत्र
- माता -पिता या वनस्पति संरक्षक की मृत्यु का प्रमाण पत्र
- कोविड -19 से मृत्यु का प्रमाण
- शक्ति और वृद्धावस्था प्रमाणपत्र
- 2015 की धारा 94 में उल्लिखित प्रमाण पत्र के अलावा, परिवार की सूची की एक प्रति
- उम्र का साक्ष्य
- टिप्पणियाँ
- शादी का कार्ड
- पते का प्रमाण
- आय का प्रमाण पत्र (इस योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹ 300000 या उससे कम होनी चाहिए)
- लड़की और अभिभावक तस्वीर
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को हरियाणा सरकार द्वारा कोरोनवायरस के कारण अपने माता -पिता को खो देने वाले बच्चों के भविष्य को हासिल करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
- इस योजना के माध्यम से, सरकार केंद्र विडालया में बच्चों को शिक्षा प्रदान करेगी।
- इसके अलावा, 18 साल की उम्र तक 2.5 हजार रुपये की मासिक वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।
- यह राशि प्रदान करने के लिए, केंद्र सरकार द्वारा बच्चे का बचत खाता खोलने का निर्णय लिया गया है।
- इसके अलावा, बाल सेवा संस्कार में रहने वाले बच्चों के जमा को खोला जाएगा।
- जहां 18 वर्ष की आयु में 1500 रुपये संग्रहीत किए जाएंगे।
- इसके अलावा, In 12000 की वार्षिक सहायता भी इन बच्चों के अन्य खर्चों के लिए सरकार द्वारा दी जाएगी।
- लड़कियों को कस्तुर्बा गांधी बाल विदाया में मुफ्त स्कूली शिक्षा भी दी जाएगी।
- इसके अलावा, लड़कियों के खातों में And 51000 की संख्या संग्रहीत की जाएगी और शादी के दौरान शोमेन को भी रुचि दी जाएगी।
- इस योजना के सभी लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा।
- 18 वर्ष की आयु तक, पीएम केयर के माध्यम से सरकार द्वारा बीमा प्रीमियम की संख्या का भुगतान किया जाएगा।
- इसके अलावा, 18 वर्ष की आयु से अगले 5 वर्षों के लिए उच्च शिक्षा अवधि के दौरान, मासिक वित्तीय सहायता और 23 वर्ष की आयु में, बच्चों और वाणिज्यिक उपयोग को भी 10 लाख रुपये से एकमुश्त राशि से एकमुश्त राशि दी जाती है।
- यदि आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं तो आपको ग्राम विकास या पंचायत अधिकारी जो भी हो उनके पास या विकासखंड या जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जाना होगा, यदि आप सर क्षेत्र के हैं तो आपको लेखपाल, तहसील या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जाना होगा।
- आपको कार्यालय से इस योजना का आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
- अब आपका आवेदन पत्र में जितने भी जानकारी आप चली जाएगी उन सभी जानकारी जो आवेदन पत्र पूछी जाएगी उन सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे नाम आपका मोबाइल नंबर ईमेल आईडी वह सभी को आपको वहां दर्ज करना होगा।
- इसके पश्चात आपको सभी बहुत गुलदस्ता भेज दीजिए होंगे उसे अटैच कर देना है।
- अब आपको यह आवेदन पत्र कार्यालय में जमा करना होगा।
- इस प्रकार आप यह आवेदन पत्र यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत आवेदन करने में सक्षम हो सकते हैं।
- जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल कल्याण समिति के द्वारा जो भी पात्र बच्चे हैं उन सभी को चिन्हित करने के बाद 15 दिन के अंदर आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी।
- इस योजना के अंतर्गत माता पिता की मृत्यु के 2 वर्ष के अंदर ही आवेदन किया जा सकता है।
- अप्रूवल प्राप्त होने की तिथि से ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।