Education Standards in Primary and Middle Schools प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा का स्तर
GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF EDUCATION
DEPARTMENT OF SCHOOL EDUCATION AND LITERACY
LOK SABHA
UNSTARRED QUESTION NO. 3642
TO BE ANSWERED ON 08.08.2022
Education Standards in Primary and Middle Schools
3642. SHRI RAKESH SINGH:
Will the Minister of EDUCATION be pleased to state:
(a) whether the Government has assessed the educational standards of students in middle schools and if so, the details thereof;
(b) whether the Government is likely to take cognizance of the report according to which the students in primary and middle schools are weak in studies and are unable to answer the questions of grades lower than theirs; and
(c) if so, whether the Government is likely to take any corrective steps at the Central level in view of the need to improve the teaching and training standards of classes up to middle schools in the country?
ANSWER
MINISTER OF STATE IN THE MINISTRY OF EDUCATION
(SMT. ANNPURNA DEVI)
(a) & (b): The Government of India has been implementing a programme of sample based National Achievement Survey (NAS) aimed at classes III, V, VIII and X with a cycle period of three years. The last round of NAS was held on November 12, 2021 across India covering students of grades 3, 5, 8 and 10. The aim and objective of NAS is to evaluate children’s progress and learning competencies as an indicator of the health of the education system, so as to take appropriate steps for remedial actions at different levels. National, State/UT and District Reports for NAS 2021 have been released on 25.05.2022 and are available at http://nas.gov.in.
Ministry of Education has organized workshops on Post-NAS interventions with all the States/UTs including a National Workshop on 28th July, 2022 to collaborate & support activities in the States/UTs to improve the achievement of learning outcomes across classes.
(c) A National Mission to improve learning outcomes at the Elementary level through an Integrated Teacher Training Programme called NISHTHA – National Initiative for School Heads’ and Teachers’ Holistic Advancement was launched on 21st August, 2019.
The aim of this integrated teacher training programme was to build the capacities of around 42 lakh elementary teachers and Heads of Schools, faculty members of SCERTs and DIETs and Block Resource Coordinators and Cluster Resource Coordinators. In view of the COVID pandemic, ‘NISHTHA-Online was launched on 06th October, 2020 and the remaining training of NISHTHA at elementary level was conducted online by the NCERT on the DIKSHA platform using high quality professionally made e-content.
In 2021-22, NISHTHA has been extended to Foundational Literacy and Numeracy and secondary level, for Pre-primary, Primary and Secondary level teachers with a focus on improvement in quality of teachers and learning outcomes of students.
NISHTHA 2.0 (Secondary Level) –online on DIKSHA for secondary/senior secondary level teachers was launched on 29th July, 2021. The training programme aims to cover around 10 Lakh Teacher and School Heads at Secondary Level across all States and UTs. NCERT has developed a package including 13 Online Courses with 12 Generic modules and 56 subject specific modules for NISHTHA 2.0
NISHTHA 3.0- Foundational Literacy and Numeracy (FLN) in online mode on DIKSHA platform for teachers and school heads of pre-primary to class V was launched on 7th September, 2021. The NISHTHA 3.0 – FLN envisions covering nearly 25 Lakh Teacher and School Heads at Pre-Primary and Primary Level across all states and UTs. A special package consisting of 12 online modules has been developed by NCERT for this purpose, as per the objectives of NIPUN Bharat Mission.
भारत सरकार
शिक्षा मंत्रालय
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग
अतारांकित प्रश्न संख्या: 3642
उत्तर देने की तारीख: 08.08.2022
प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा का स्तर
3642. श्री राकेश सिंह:
क्या शिक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:
(क) क्या सरकार ने मध्य विद्यालयों में छात्रों के शैक्षिक स्तर का आकलन किया है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
(ख) क्या सरकार द्वारा उस रिपोर्ट पर संज्ञान लेने की संभावना है जिसके अनुसार प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के छात्र पढ़ाई में कमजोर हैं और अपने से नीचे की वक्षा के प्रश्नों का उत्तर देने में असमर्थ हैं; और
(ग) यदि हां, तो क्या देश में माध्यमिक विद्यालयों तक की कक्षाओं के शिक्षण और प्रशिक्षण मानकों में सुधार की आवश्यकता को देखते हुए सरकार द्वारा केंद्रीय स्तर पर कोई सुधारात्मक कदम उठाए जाने की संभावना है?
उत्तर
शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री
(श्रीमती अन्नपूर्णा देवी)
(क) और (ख): भारत सरकार द्वारा तीन साल की चक्र अवधि के साथ कक्षा पा, ७, शा और हु पर केन्द्रित नमूना आधारित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) का एक कार्यक्रम लागू किया जा रहा है। एनएएस का अंतिम दौर 12 नवंम्बर, 2021 को पूरे भारत में आयोजित किया गया था, जिसमें कक्षा 3, 5, 8 और 10 के छात्र शामिल थे। एनएएस 2021 का उद्देश्य शिक्षा प्रणाली के दक्षता सूचकांक के रूप में बच्चों की प्रगति और अधिगम क्षमता का मूल्यांकन करना है ताकि विभिन्न स्तरों पर सुधारात्मक कार्यों के लिए समुचित कदम उठाए जा सकें। एनएएस 2021 के लिए राष्ट्रीय, राज्य /संघ राज्य क्षेत्र और जिला रिपोर्टे 25.05.2022 को प्रकाशित की गई हैं और ये ॥राछ9:/1935.20०४-1 पर उपलब्ध हैं।
शिक्षा मंत्रालय ने 28 जुलाई, 2022 को एक रराष्ट्रीय कार्यशाला सहित सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के साथ पोस्ट-एनएएस कार्यक्रमों पर कार्यशालाओं का आयोजन किया है, ताकि सभी कक्षाओं में अधिगम परिणामों की उपलब्धि में सुधार करने हेतु राज्यों /संघ राज्य क्षेत्रों की गतिविधियों में सहयोग और सहायता की जा सके।
(ग) : एक एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम निष्ठा-स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों की समग्र उन्नति के लिए राष्ट्रीय पहल के माध्यम से प्रारंभिक स्तर पर अधिगम परिणामों में सुधार हेतु एक राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत 21 अगस्त, 2019 को की गई थी। इस एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य लगभग 42 लाख प्राथमिक शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों, एससीईआरटी और डाइट के संकाय सदस्यों और ब्लॉक संसाधन समन्वयकों और क््लस्टर संसाधन समनन््वयकों का क्षमता निर्माण करना था। कोविड महामारी को देखते हुए, 06 अक्टूबर, 2020 को ‘निष्ठा-ऑनलाइन’ की शुरूआत की गई थी और एनसीईआरटी द्वारा विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई उच्च गुणवत्तायुक्त व्यवसायिक ई-सामग्री का उपयोग करते हुए दीक्षा प्लेटफॉर्म पर प्रारंभिक स्तर का शेष निष्ठा प्रशिक्षण ऑनलाइन आयोजित किया गया था।
2021-22 में, छात्रों के अधिगम परिणामों और शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ पूर्व-प्राथमिक, प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के लिए निष्ठा का मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान और माध्यमिक स्तर तक विस्तार किया गया है। दीक्षा पर ऑनलाइन निष्ठा 2.0 (माध्यमिक स्तर)-इसकी शुरूआत 29 जुलाई, 2021 को माध्यमिक/वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के लिए की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में माध्यमिक स्तर के लगभग 10 लाख शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को कवर करना है। एनसीईआरटी ने निष्ठा 2.0 के लिए एक पैकेज विकसित किया है जिसमें 12 जेनेरिक मॉड्यूल के साथ 13 ऑनलाइन पाठ्यक्रम और 56 विषय विशिष्ट मॉड्यूल शामिल हैं।
दीक्षा प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन मोड में निष्ठा 3.0 – प्री-प्राइमरी से कक्षा ४ तक के शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों के लिए बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफएलएन) की शुरूआत 7 सितंबर, 2001 को की गई। निष्ठा 3.0 का विजन – एफएलएन में सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के पूर्व-प्राथमिक और प्राथमिक स्तर के लगभग 25 लाख शिक्षक और स्कूल प्रमुख को कवर करता हैं। निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों के अनुसार, एनसीईआरटी द्वारा इस प्रयोजनार्थ 12 ऑनलाइन मॉड्यूल वाला एक विशेष पैकेज तैयार किया गया है।
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