लोक सभा
निधि का ऑनलाइन अंतरण
4544. श्री मन्ने श्रीनिवास रेड्डी
श्री कोमती रेड्डी वेंकट रेड्डी
क्या संचार मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि
(क) क्या सरकार की “कभी भी-कहीं भी डाकघर बचत” के भाग के रूप में डाक और बैंक खातों के बीच निधि के ऑनलाइन अंतरण के लिए शीघ्र ही एक सेवा शुरु करने की योजना है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
(ख) कया राज्यों के डाकघर कोर बैंकिंग प्रणाली से जुड़े हैं और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
(ग) इसके समाधान के लिए और ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान/पूर्व में स्थित डाकघरों की पहचान हैतु क्या कदम उठाए जा रहे हैं; और
(घ) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और इसकी वर्तमान स्थिति क्या है?
(श्री देवुसिंह चौहान)
(क) सरकार की “कभी भी – कहीं भी डाकघर बचत” के भाग के रूप में डाक तथा बैंक खातों के बीच निधियों के ऑनलाइन अंतरण संबंधी सुविधा आरंभ करने की योजना है। सरकार, डाकघर खातों से बैंक खातों तथा बैंक खातों से डाकघर खातों के बीच निधियों के ऑनलाइन अंतरण के लिए एनईएफटी तथा आरटीजीएस सुविधाएं मुहैया कराने हेतु कार्य कर रही है।
(ख) जी, हां। देशभर के विभिन्न राज्यों में स्थित कुल 1,58,526 डाकघरों में से 1,52,514 डाकघरों को पहले ही कोर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जा चुका है।
(ग) एवं (घ) विभाग, ग्रामीण, पहाड़ी तथा दुमर्म क्षेत्रों में स्थित कुछेक चिन्हित डाकधघरों में इंटरमीडिएट डाटा रेट (आईडीआर) कनेक्टिविटी, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) कनेक्शन और वैरी स्मॉल्र अपर्चर टर्मिनल (वीएसएटी) कनेक्टिविटी की सुविधा के साथ-साथ सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल (सिम) आधारित हैंड-हेल्ड (हस्तचालित) एवं प्वाइंट ऑफ़ सेल उपकरणों की व्यवस्था जैसे विभिन्न विकल्पों के माध्यम से वैकल्पिक कनेक्टिविटी मुहैया कराने हेतु कदम उठा रहा है।