National AYUSH Mission केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र प्रायोजित योजना राष्ट्रीय आयुष मिशन को जारी रखने की मंजूरी दी
आयुष AYUSH
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र प्रायोजित योजना राष्ट्रीय आयुष मिशन को जारी रखने की मंजूरी दी
Cabinet approves continuation of centrally sponsored scheme National AYUSH Mission
Posted On: 14 JUL 2021 4:19PM by PIB Delhi
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) को केंद्र प्रायोजित योजना के रूप में 01 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2026 तक 4607.30 करोड़ रुपये (केंद्रीय हिस्से के रूप में 3,000 करोड़ रुपये और राज्य के हिस्से के रूप में 1607.30 करोड़ रुपये) के वित्तीय व्यय के साथ जारी रखने को मंजूरी दे दी है। आयुष मिशन 15 सितंबर 2014 को शुरू किया गया था।
The Union Cabinet chaired by the Prime Minister Shri Narendra Modi has approved the continuation of National AYUSH Mission (NAM) as a Centrally Sponsored Scheme from 01-04-2021 to 31-03-2026 with financial implication of Rs. 4607.30 crore (Rs 3,000 crore as Central Share and Rs. 1607.30 crore as State Share). The Mission was launched on 15-09-2014.
भारत के पास आयुर्वेद, सिद्ध, सोवा-रिग्पा, यूनानी और साथ ही होम्योपैथी (एएसयू एंड एच) जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक अद्वितीय विरासत है जो निवारक, प्रोत्साहक और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवा के लिए ज्ञान का खजाना है। भारतीय चिकित्सा पद्धतियों की विशेषताएं यानी उनकी विविधता एवं लचीलापन; सुगम्यता; वहन योग्य, आम जनता के एक बड़े वर्ग द्वारा व्यापक स्वीकृति; तुलनात्मक रूप से कम लागत और बढ़ते आर्थिक मूल्य, उन्हें वैसे स्वास्थ्य सेवा प्रदाता बनने की क्षमताओं से भरती हैं जिनकी हमारे एक बड़े वर्ग को जरूरत है।
India possess an unmatched heritage represented by its traditional systems of medicine like Ayurveda, Sidhha, Sowa Rigpa, Unani and also Homeopathy (ASU&H) which are a treasure house of knowledge for preventive, promotive and curative healthcare. The positive features of the Indian systems of medicine namely their diversity and flexibility; accessibility; affordability, a broad acceptance by a large section of the general public; comparatively lesser cost and growing economic value, have great potential to make them providers of healthcare that the large sections of our people need.
केंद्र प्रायोजित योजना, राष्ट्रीय आयुष मिशन को आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सस्ती आयुष सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से लागू किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आयुष अस्पतालों और औषधालयों के उन्नयन के माध्यम से व्यापक पहुंच के साथ, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और जिला अस्पतालों (डीएच) में आयुष सुविधाओं को एक साथ मुहैया करना, आयुष शैक्षणिक संस्थानों के उन्नयन के माध्यम से राज्य स्तर पर संस्थागत क्षमता को मजबूत करना, 50 बिस्तरों वाले एकीकृत आयुष अस्पताल की स्थापना, आयुष सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम और 12,500 आयुष स्वास्थ्य एवं वेलनेस सेंटर का संचालन करना है। इनके पीछे मकसद आयुष सिद्धांतों और प्रथाओं के आधार पर एक समग्र वेलनेस मॉडल की सेवाएं प्रदान करना है ताकि रोग के बोझ को कम कर और जेब पर पड़ने वाले खर्च को कम करके “स्व-देखभाल” के लिए जनता को सशक्त बनाया जा सके।
Centrally Sponsored Scheme of National AYUSH Mission is being implemented by Ministry of AYUSH, Government of Indiawith the objectives of providing cost effective AYUSH Services, with a universal access through upgrading AYUSH Hospitals and Dispensaries, co-location of AYUSH facilities at Primary Health Centers (PHCs), Community Health Centers (CHCs) and District Hospitals (DHs), strengthening institutional capacity at the State level through upgrading AYUSH educational institutions, setting up of new upto 50 bedded integrated AYUSH Hospital, AYUSH Public Health programmes and operationalization of 12,500 AYUSH Health and Wellness Centres to provide services of a holistic wellness model based on AYUSH principles and practices so as to empower masses for “self-care” to reduce the disease burden, and out of pocket expenditure.
मिशन देश में विशेष रूप से पिछड़े और दूर-दराज के क्षेत्रों में आयुष स्वास्थ्य सेवाएं/शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के प्रयासों का समर्थन करके स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को दूर कर रहा है। एनएएम के तहत ऐसे क्षेत्रों की विशिष्ट जरूरतों और उनकी वार्षिक योजनाओं में उच्च संसाधनों के आवंटन पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
The Mission is addressing the gaps in health services through supporting the efforts of State/UT Governments for providing AYUSH health services/education in the country, particularly in vulnerable and far-flung areas. Under NAM special focus is given for specific needs of such areas and for allocation of higher resources in their Annual Plans.
मिशन से निम्नलिखित परिणाम मिलने की उम्मीद है: The expected outcomes of the mission are as follows:
- आयुष सेवाओं एवं दवाओं की बेहतर उपलब्धता एवं प्रशिक्षित श्रमबल प्रदान कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से आयुष स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच।
- Better access to AYUSH healthcare services through increased healthcare facilities offering AYUSH services and better availability of medicines and trained manpower,
- बेहतर सुविधाओं से लैस बहुत सारे आयुष शिक्षण संस्थानों के माध्यम से आयुष शिक्षा में सुधार,
- Improvement in AYUSH education through a well-equipped enhanced number of AYUSH Educational institutions,
- आयुष स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों का इस्तेमाल करते हुए लक्षित सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के माध्यम से संचारी/गैर-संचारी रोगों को कम करने पर ध्यान केंद्रित।
- To focus on reducing communicable/non-communicable diseases through targete dpublic health programmes using AYUSH systems of Healthcare.