Ministry of Finance वित्त मंत्रालय
मासिक समीक्षा के तहत वित्त वर्ष 2021-22 के अप्रैल, 2021 महीने के लिए भारत सरकार के बहीखाते की स्थिति
The Monthly Account of the Union Government of India upto the month of April 2021 has been consolidated and reports published. The highlights are given below:-
मासिक आधार पर अप्रैल, 2021 महीने तक के लिए भारत के बही-खाते को समेकित किया गया है और रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। इसके मुख्य अंश नीचे दिए गए हैं:-
The Government of India has received Rs. 1,47,991 crore (7.49% of corresponding BE 21-22 of Total Receipts) for April 2021 comprising Rs. 1,30,811 crore Tax Revenue (Net to Centre), Rs. 16,808 crore of Non Tax Revenue and Rs. 372 crore of Non Debt Capital Receipts. Non Debt Capital Receipts consists of Recovery of Loans.
भारत सरकार को अप्रैल, 2021 के लिए कुल 1,47,991 करोड़ रुपये (जो 2021-22 के बजट अनुमान का 7.49 प्रतिशत है) की प्राप्ति हुई, जिसमें 1,30,811 करोड़ रुपये कर राजस्व (केंद्र को सकल प्राप्ति), 16,808 करोड़ रुपये गैर कर राजस्व और 372 करोड़ रुपये की गैर कर्ज पूंजीगत प्राप्तियां शामिल हैं। गैर कर्ज पूंजीगत प्राप्तियों में कर्जों की वसूली शामिल होती है।
Rs. 39,175 crore has been transferred to State Governments as Devolution of Share of Taxes by Government of India upto this period which is Rs. 6,864 crore lower than the previous year.
इस अवधि तक भारत सरकार द्वारा करों की हिस्सेदारी के रूप में राज्य सरकारों को 39,175 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए, जो पिछले साल की तुलना में 6,864 करोड़ रुपये कम हैं।
Total Expenditure incurred by Government of India is Rs. 2,26,690 crore (6.51% of corresponding BE 21-22), out of which Rs. 1,79,564 crore is on Revenue Account and Rs. 47,126 crore is on Capital Account. Out of the Total Revenue Expenditure, Rs. 29,671 crore is on account of Interest Payments and Rs. 37,369 crore is on account of Major Subsidies.
इस अवधि में भारत सरकार द्वारा कुल 2,26,690 करोड़ रुपये (2021-22 के बजट अनुमान का 6.51 प्रतिशत) का व्यय किया गया, जिसमें से 1,79,564 करोड़ रुपये राजस्व खाते और 47,126 करोड़ पूंजी खाते के तहत व्यय हुए। कुल राजस्व व्यय में से, 29,671 करोड़ रुपये ब्याज चुकाने और 37,369 करोड़ रुपये प्रमुख सब्सिडी के तहत व्यय हुए।
Source: PIB