आज हम आपको “मोदी सरकार की आईआईटी/आईआईएम की तरह लिबरल आर्ट्स विश्वविद्यालय स्थापित” करने की जानकारी देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सामान्य व उदार कला विषयों (लिबरल आर्ट्स) की पढ़ाई,शिक्षा के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) की तर्ज पर सरकारी विश्वविद्यालय स्थापित करने की योजना बना रही है। इन सामान्य व उदार कला संस्थानों में बहु-विधात्मक शोध व अनुसंधान (Multi-Disciplinary Research and Education under New Education Policy) के साथ शिक्षा पर ज़ोर दिया जाएगा।
इस लेख से सम्बंधित कुछ मुख्य बातें।
- केंद्र सरकार द्वारा लिबरल आर्ट्स विश्वविद्यालय
- सामान्य व उदार कला संस्थानों के विभाग
- Liberal Arts University (नई शिक्षा नीति)
Central Govt Liberal Arts University Details – अभी देश में लिबरल आर्ट्स के विश्वविद्यालय सिर्फ निजी क्षेत्रों में ही हैं। जैसे- अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, अशोका विश्वविद्यालय, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय आदि।
केंद्र सरकार द्वारा बनाये जाने वाले लिबरल आर्ट्स विश्वविद्यालयों को एक विशाल बहु-विधा विश्वविद्यालय के रूप में परिभाषित करेगी। जहां पर पाठ्यक्रमों में फेरबदल के साथ एक या एक से अधिक विषयों में गहन विशेषज्ञता के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
नई शिक्षा नीति में यह भी प्रस्तावित किया गया है कि उच्च शिक्षण संस्थानों के सभी स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित परीक्षाओं के माध्यम से होगा। ताकि अलग-अलग संस्थान द्वारा विकसित प्रवेश परीक्षाओं के बीच परस्पर टकराव की समस्या को खत्म किया जा सके।
सामान्य व उदार कला संस्थानों के विभाग-
Depts of General & Liberal Arts University/Institutions – लिबरल आर्ट्स विश्वविद्यालयों में सामान्य व उदार कला विषयों से संबंधित लगभग सभी विभाग होंगे। जो निम्न्लिखित हैं:
बहु
भाषा |
साहित्य
|
संगीत
|
संगीत
|
दर्शन
|
इंडोलॉजी
|
कला
|
नृत्य
|
रंगमंच
|
शिक्षा
|
गणित
|
सांख्यिकी
|
शुद्ध
और व्यावहारिक विज्ञान |
समाजशास्त्र
|
अर्थशास्त्र
और खेल |
PM Modi New Education Policy (Liberal Arts University) – आईआईटी और आईआईएम की तरह ही इस नई शिक्षा नीति के अनुसार ओलंपियाड जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं, गर्मी की छुट्टियों में चलाए जाने वाले विषय-केंद्रित कार्यक्रमों, खेल स्पर्द्धाओं आदि को प्रवेश प्रक्रिया में विशेष महत्व देने का भी उल्लेख किया गया है। इसे अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों, विशेष रूप से आईआईटी और एनआईटी, में दाखिले की प्रक्रिया में भी लागू किया जाएगा।