- स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रशिक्षकों को प्रोत्साहन देने के उदेश से मंत्रालय द्वारा कौशलाचार्य अवार्ड देने घोषणा की गयी हैं।
- अनुमान है कि 2022 तक भारत में 2.5 लाख प्रशिक्षकों की आवश्यकता होगी।
- सरकार द्वारा कौशलाचार्य पुरस्कार समारोह प्रत्येक वर्ष आयोजित किये जाने की योजना हैं इससे विश्व भर के प्रशिक्षकों को कुच्छ नया करने मे रुची लेंगे।
- एनएसटीआई, आईटीआई, जेएसएस तथा अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रशिक्षकों तथा विश्व कौशल प्रतियोगिता के विजेताओं समेत 53 प्रशिक्षकों को उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
- कौशलाचार्य पुरस्कार समारोह प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाएगा।
स्किल इंडिया मिशन के लिए प्रशिक्षकों को प्रोत्साहन देने के अंतर्गत कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने आज कौशलाचार्य समादर 2019 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया।
स्किल इंडिया ने शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आईटीआई), जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस) एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रशिक्षकों तथा विश्व कौशल प्रतियोगिता के विजेताओं समेत 53 प्रशिक्षकों को उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। इन पुरस्कार विजेताओं में कजान, रूस में आयोजित वर्ल्ड स्किल 2019 प्रतिस्पर्धा के 19 विजेता, एनएसटीआई/आईटीआई के 15 कौशल प्रशिक्षक एडोब, आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट, मारूति, ओएनजीसी, भेल, बॉश, एईजिस के 9 कॉरपोरेट प्रशिक्षक तथा जेएसएस के 10 प्रशिक्षक शामिल हैं।
मंत्रालय ने घोषणा करते हुए कहा कि कौशलाचार्य पुरस्कार प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाएगा। इससे कौशल प्रशिक्षकों के योगदान को पहचान मिलेगी। अनुमान है कि 2022 तक भारत में 2.5 लाख प्रशिक्षकों की आवश्यकता होगी। मंत्रालय ने ऐसे कार्यक्रमों की शुरुआत की है जिससे राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान की अवसंरचना और क्षमता का प्रभावी उपयोग होगा। प्रशिक्षकों को और भी बेहतर बनाने के लिए एनआईएमआई, एनएसटीआई, केंद्रीय कर्मचारी प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (सीएसटीआरआई) जैसे संगठन साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा प्राचीन भारतीय सभ्यता की विशिष्ट परंपरा रही है। हमारे शिक्षक अपने शिष्यों को जीवन का पाठ पढ़ाते थे और जीवन के लिए आवश्यक कौशल का प्रशिक्षण देते थे। प्रशिक्षकों को प्रोत्साहित करने तथा उनके योगदान को पहचान देने के लिए मुझे यह घोषणा करने में प्रसन्नता हो रही है कि कौशलाचार्य पुरस्कार समारोह प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाएगा। स्किल इंडिया के शिक्षकों को पुरस्कार दिए जाएंगे। केवल एक सप्ताह पहले कजान, रूस में आयोजित वर्ल्ड स्किल इंटरनेशनल में हमारे प्रशिक्षित भारतीय युवाओं की विश्व समुदाय ने सराहना की थी।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री राजकुमार सिंह ने कहा कि प्रशिक्षित कर्मियों की कमी के कारण भारत का औद्योगिकीकरण प्रभावित हुआ है। स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रशिक्षित कार्य बल तैयार किया जा रहा है। हम प्रशिक्षकों के लिए स्नातक कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं। आज का दिन हजारों युवकों को प्रशिक्षण प्रदान करने वाले प्रशिक्षकों को सम्मान देने का दिन है।
इस अवसर पर छात्रों के लिए एक विशिष्ट पुस्तिका को लांच किया गया। इस पुस्तिका को राष्ट्रीय निर्देश मीडिया संस्थान ने विकसित किया है जो आईटीआई के लिए अध्ययन सामग्री भी विकसित करती है।
इस अवसर पर प्रशिक्षकों तथा आकलनकर्ताओं के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पुस्तिका को भी लांच किया गया। प्रशिक्षण के लिए सार्वजनिक क्षेत्र और निजी कंपनियों के बीच साझेदारी के तहत डीजीटी और कौशल्या कामेश्वर टैक्नो सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, धनबाद के बीच एक समझौते पत्र पर हस्ताक्षर हुए।
इस अवसर पर मंत्रालय ने अगस्त 22-27 तक कजान, रूस में आयोजित वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिता 2019 के दौरान पदक जीतने वाले 19 प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। इस प्रतियोगिता में भारत ने एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदकों सहित 15 उत्कृष्ट पदक जीते थे। 63 देशों में भारत को 13वां स्थान मिला। सामान्य प्रशिक्षण निदेशालय (डीजीटी) के प्रशिक्षकों को भी कौशलाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।