Press Information Bureau
Government of India
Ministry of Home Affairs
04-December-2018 15:22 IST
Hassle free Visa regime aimed at making travel of foreigners into country pleasant, says Union Home Secretary
The Union Home Secretary Shri Rajiv Gauba has said that creating a simple and hassle free Visa regime is the government’s objective to facilitate arrival and stay of foreign travelers into the country. Addressing a conference “Streamlining of India’s Visa regime” here today, he highlighted various policy initiatives taken to liberalize the Visa regime, taking into account the concerns and suggestions made by various Ministries and stakeholders, including Ministries of Civil Aviation, Tourism, Health, Higher Education etc.
Emphasizing that India has the potential to become a global hub for Education and Tourism, Shri Gauba called for a change in the mindset at the Field level to make foreigners feel welcomed in the country. A friendly Visa regime is also a part of ‘Ease of doing Business’, he added. He said that at the same time, security should also be strengthened, using technological tools. Citing the recently launched e-FRRO module which provides 27 Visa related services to foreigners, he said it has been very successful and has obviated the need for foreigners to visit FRRO Offices for extending their stay, change of Visa status etc.
e-Visa facility now covers 166 countries and foreigners can obtain online Visa within 72 hours for travel related to Tourism, Business, Health, Medical Attendant and Conference purposes, he added.
The number of e-Visas issued has seen a tremendous growth during the last four years from 5.17 lakhs in 2015 to 21 lakhs this year till 30th November, 2018. The number of Visas issued through e-Visa system is now approximately 40% of the total number of Visas issued and the figure is soon expected to cross the 50% mark, which is an indication of its popularity. “Our e-Visa regime is one of the best in the world,” he said.
Highlighting some of the other Visa liberalization measures, he cited Relaxation introduced in grant of Internship Visa which can be obtained by a student while still pursuing a course in the country without remuneration, Extension of Business Visa beyond five years, Conversion of Visa into medical category in an emergency for a foreigner who is already in the country and Permission for foreigners who are on long duration Visas to attend conferences.
Shri Gauba said suggestions made at the Conference will provide inputs for further reforms in the Visa regime which is an ongoing process. The Conference was attended by Senior Officers from the Ministries of Home Affairs, Civil Aviation, Tourism, Information & Broadcasting, Security Agencies, State Governments and Industry representatives.
पत्र सूचना कार्यालय
भारत सरकार
गृह मंत्रालय
04-दिसंबर-2018 17:17 IST
केंद्रीय गृह सचिव के अनुसार बाधा –मुक्त वीजा व्यवस्था का लक्ष्य देश में विदेशी पर्यटकों की यात्रा सुखद बनाना है
केंद्रीय गृह सचिव श्री राजीव गौबा ने कहा है कि वीजा व्यवस्था को बाधाओं से मुक्त करने के पीछे सरकार का लक्ष्य देश में विदेशी पर्यटकों की यात्रा और प्रवास को सुखद बनाना हैं। आज नई दिल्ली में “भारत की वीजा व्यवस्था को सुचारू बनाना” विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने वीजा व्यवस्था को उदार बनाने की दिशा में किए गए विभिन्न नीतिगत उपायों की जानकारी दी। उन्होने कहा कि नागर विमानन, पर्यटन,स्वास्थ, उच्चतर शिक्षा जैसे विभिन्न मंत्रालयों और संबद्ध पक्षों की चिन्ताओं और सुझावों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक उपाय किये गए हैं।
इस बात पर बल देते हुए कि भारत में शिक्षा और पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनने की क्षमता है, श्री गौबा ने फील्ड स्तर पर मानसिकता में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि विदेशी नागरिक देश में आकर बेहतर महसूस करें। उन्होंने कहा कि अनुकूल वीजा व्यवस्था से व्यापार में सुगमता लाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही प्रौद्योगिकी उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू की गई ई-एफआरआरओ व्यवस्था विदेशी नागरिकों को वीजा संबंधी 27 सुविधाएं प्रदान करती है।
उन्होंने कहा कि ई-वीजा सुविधा अब 166 देशों में उपलब्ध है और विदेशी यात्री पर्यटन, व्यापार, स्वास्थ, चिकित्सा उपचार और सम्मेलन जैसे प्रयोजनों के लिए 72 घंटों के भीतर ऑनलाइन वीजा प्राप्त कर सकते हैं।
पिछले 4 वर्षों में जारी किये गए ई-वीजा की संख्या में भारी बढोतरी हुई है। 2015 में 5.17 लाख ई-वीजा जारी किये गए थे। ये संख्या 30 नवंबर 2018 तक बढ़कर 21 लाख पर पहुंच गई। आज जारी किये जाने वाले कुल वीजा में करीब 40 प्रतिशत ई-वीजा प्रणाली के जरिए जारी किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली दिन-ब-दिन लोकप्रिय हो रही है और उम्मीद है और जल्दी ही 50 प्रतिशत वीजा इसके जरिए किये जाने लगेंगे।
वीजा व्यवस्था को उदार बनाने की दिशा में किए गए कुछ अन्य उपायों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इन्टर्नशिप वीजा मंजूर करने में छूट दी गई है, जिसका लाभ देश में अध्ययनरत कोई भी विद्यार्थी उठा सकता हैं। इसके अतिरिक्त व्यापार वीजा की अवधि में 5 वर्ष से अधिक विस्तार, आपात स्थिति में देश में पहले से विद्यमान किसी विदेशी को अपने वीजा को चिकित्सा श्रेणी में बदलने की सुविधा प्रदान करना और सम्मेलन में हिस्सा लेने आए विदेशियों को लंबी अवधि के वीजा की अनुमति देने, जैसे उपाय भी किये गए हैं।
श्री गौबा ने कहा कि सम्मेलन में प्राप्त सुझावों का इस्तेमाल वीजा व्यवस्था को भविष्य में और उदार बनाने के लिए किया जायेगा, जिसकी प्रकिया पहले से जारी है। सम्मेलन में गृह मंत्रालय, नागर विमानन, पर्यटन, सूचना और प्रसारण, सुरक्षा एजेंसियों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।