Press Information Bureau
Government of India
Ministry of Finance
10-December-2018 12:13 IST
Direct Tax Collections for F.Y. 2018-19 up to November, 2018
Gross collections at Rs. 6.75 lakh crore which is 15.7% higher than the gross collections for the corresponding period of last year
The Provisional Figures of Direct Tax Collections up to November, 2018 show that gross collections are at Rs. 6.75 lakh crore which is 15.7% higher than the gross collections for the corresponding period of last year.
Refunds amounting to Rs.1.23 lakh crore have been issued during April, 2018 to November, 2018, which is 20.8% higher than refunds issued during the same period in the preceding year. Net collections (after adjusting for refunds) have increased by 14.7% to Rs. 5.51 lakh crore during April – November, 2018. The Net Direct Tax collections represent 48% of the total Budget Estimates of Direct Taxes for F.Y. 2018-19 (Rs. 11.50 lakh crore).
So far as the Growth Rate for Corporate Income Tax (CIT) and Personal Income Tax (PIT) is concerned, the Growth Rate of Gross Collections for CIT is 17.7% while that for PIT (including STT) is 18.3%. After adjustment of refunds, the Net Growth in CIT collections is 18.4% and that in PIT collections is 16.0%. It is pertinent to mention that collections of the corresponding period of F.Y. 2017-18 also included extraordinary collections under the Income Declaration Scheme (IDS), 2016 amounting to Rs.10,833 crore (Third and last instalment of IDS), which do not form part of the Current Year’s collections.
पत्र सूचना कार्यालय
भारत सरकार
वित्त मंत्रालय
10-दिसंबर-2018 12:13 IST
वित्तीय वर्ष 2018-19 में, नवम्बर 2018 तक प्रत्यक्ष कर संगह
वित्तीय वर्ष 2018-19 में, नवम्बर 2018 तक प्रत्यक्ष कर संगह दर्शाता है कि सकल संग्रह 6.75 लाख करोड़ रूपये रहा है। यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 15.7 प्रतिशत अधिक है।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के नवम्बर 2018 तक के अनंतिम आकड़े यह दर्शाते हैं कि सकल संग्रह 6.75 लाख करोड़ रूपये रहा है। यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 15.7 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल 2018 से नवम्बर 2018 तक तक की अवधि के दौरान 1.23 लाख करोड़ रूपये की धन वापसी जारी की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में जारी की गई धन वापसी की तुलना में 20.8 प्रतिशत अधिक है। शुद्ध संग्रह (धन वापसी के समायोजन के बाद) अप्रैल-नवम्बर 2018 के दौरान 14.7 प्रतिशत बढ़कर 5.51 लाख करोड़ रूपये रहा है। शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमानों (11.50 लाख करोड़ रूपये) का 48 प्रतिशत रहा है।
जहां तक कार्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का संबंध है, सीआईटी के लिए सकल संग्रह की वृद्धि दर 17.7 प्रतिशत और पीआईटी (एसटीटी समेत) की 18.3 प्रतिशत रही है। धन वापसी के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 18.4 प्रतिशत और पीआईटी संग्रह में 16 प्रतिशत रही है। यह उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2017-18 की इसी अवधि के दौरान कर संग्रह में आय घोषणा योजना (आईटीएस) के तहत हुए असाधारण संग्रह 10,833 करोड़ रूपये (आईडीएस की तीसरी और अंतिम किश्त) की राशि भी शामिल है। यह वर्तमान वर्ष के संग्रह का एक हिस्सा नहीं है।