Press Information Bureau
Government of India
Ministry of Defence
25-December-2018 17:15 IST
Casevac at Chanderkot
On 24 Dec 18 at 1040 hrs Western Air Command of Indian Air force launched two Cheetah helicopters, of the Udhampur based unit “HOVERING HAWKS” to carry out casualty evacuation from Chanderkot helipad on a short notice. As per initial information received a civil bus on move from Badgam to Kanpur fell into the valley near Ramban which led to several critical casualties. At 1045 hrs, 02 heptrs and 02 set of crew were standby to takeoff from Udhampur to Chanderkot helipad where the casualties were initially evacuated. On getting a go ahead for one heptr at 1050 hrs, Wg Cdr V Mehta as captain with co-pilot Arunima Vidhate got airborne from Udhampur. Meanwhile after ascertaining the requirement, on the call of Wg Cdr V Mehta, second heptr got airborne from Udhampur with SqnLdr SK Prasad as captain and Flt Lt Siddhant Yadav as co-pilot.
First heptr landed at Chanderkot Helipad at 1125 hrs and picked up 03 critically injured Jawans of ITBP who were amongst the 09 critically injured travelling in fateful bus. The other heptr landed at 1225 hrs and picked 02 remaining critical Jawans along with medical attendant. 04 Casualties were picked up by civil helicopter. “Due to power station and several microwave towers on eastern side of helipad, heptrs had to carry out one sided approaches and take offs with thorough traffic coordination with civil helicopters. Additionally, the site had limited manoeuvring space” said the mission leader and captain of the lead aircraft Wg Cdr Vishal Mehta.
Both the heptrs continued to Jammu airport, where the ambulance was ready to attend the casualty. The casualties suffered serious injuries which included facial/head injuries, fractured leg and major bruises on arms. Although they had been recovered from the accident site to Ramban DH their situation was highly critical and speedy evacuation to a better medical facility was the only lifesaving measure available.
The crew of HOVERING HAWKS executed the mission with extreme professionalism keeping up the highest traditions of the IAF.
पत्र सूचना कार्यालय
भारत सरकार
रक्षा मंत्रालय
25-दिसंबर-2018 18:17 IST
25-दिसंबर-2018 18:17 IST
चंदरकोट में बचाव-कार्य
भारतीय वायु सेना के पश्चिमी वायु कमान ने 24 दिसंबर 2018 को 1040 बजे चंदरकोट हेलीपैड से उधमपुर की ‘हॉवरिंग हॉक्स’ यूनिट के दो चीता हेलीकॉप्टरों को मामूली समय पहले मिली सूचना के आधार पर दुर्घटना से बचाव के लिए लॉन्च किया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बडगाम से कानपुर जाने के लिए एक सिविल बस रामबन के पास घाटी में गिर गई, जिसमें कई लोग हताहत हो गए। उधमपुर से चंदरकोट हेलीपैड के लिए टेकऑफ करने के लिए 1045 बजे, 02 हैलिकॉप्टर और 02 सेट चालक दल तैयार थे, जहां शुरू में हताहतों को निकाला गया था। एक हैलिकॉप्टर के लिए 1050 बजे उड़ान भरने का संकेत मिलने पर, सह-पायलट अरुणिमा विधाते के साथ कप्तान के रूप में विंग कमांडर वी मेहता उधमपुर से हैलिकॉप्टर में सवार हुए। इस बीच, आवश्यकता के बारे में मूल्यांकन के बाद, विंग कमांडर वी. मेहता के आह्वान पर, कप्तान के रूप में स्क्वाड्रन लीडर एस. के. प्रसाद और सह-पायलट के रूप में फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धांत यादव उधमपुर से हैलीकॉप्टर में सवार हुए।
पहला हैलिकॉप्टर 1125 बजे चंदरकोट हेलीपैड पर उतरा और आईटीबीपी के गंभीर रूप से घायल 03 जवानों को उठाया। ये गंभीर रूप से घायल 09 गंभीर जवानों में शामिल थे।
दूसरा हैलिकॉप्टर 1225 बजे उतरा और मेडिकल अटेंडेंट के साथ गंभीर रूप से घायल 02 अन्य जवानों को उठाया। सिविल हेलीकॉप्टर द्वारा 04 हताहतों को उठाया गया।
मिशन के प्रमुख कप्तान विंग कमांडर विशाल मेहता ने कहा कि
हेलीपैड के पूर्वी हिस्से में पावर स्टेशन और कई माइक्रोवेव टावरों के कारण, हैलिकॉप्टरों को एकतरफा पहुंच करनी पड़ी और सिविल हेलीकॉप्टरों के साथ पूरी तरह से यातायात समन्वय के साथ उतारना पड़ा।
दोनों हैलिकॉप्टरों की जम्मू हवाई अड्डे के लिए आवाजाही रही, जहां घायलों के लिए एम्बुलेंस को तैयार रखा गया था।
हॉवरिंग हॉक्स के चालक दल ने भारतीय वायुसेना की उच्चतम परंपराओं को ध्यान में रखते हुए चरम व्यावसायिकता के साथ मिशन को अंजाम दिया।