Ministry of Railways rolls out All-India Unreserved Mobile Ticketing facility (UTS on Mobile)
The facility of booking unreserved tickets, including season tickets and also platform tickets is available through the ‘UTSONMOBILE’ app available for Android, IOS and Windows phones. Booking of unreserved tickets on all non-suburban sections across all Zonal Railways has been made available from 1st November to enable seamless booking of unreserved tickets all over Indian Railways
Ministry of Railways has introduced Unreserved Mobile Ticketing with a view to promote three C’s- Cashless transactions (Digital payment), Contact less ticketing (no need to physically visit the point of sale) and Customer convenience and experience. As a big leap, booking of unreserved tickets on all non-suburban sections across all Zonal Railways has been made available from 1st November to enable seamless booking of unreserved tickets all over Indian Railways which will obviate the need for passengers to wait in queues for purchasing the tickets.
A pilot project for booking of unreserved tickets through mobile phone was commenced in December, 2014 on select stations on Central Railway to provide customers the convenience of booking of unreserved tickets without having to stand in queues.
Gradually, unreserved Mobile ticketing was extended to all suburban sections in metropolitan cities of Chennai, Delhi, Kolkata and Secunderabad between 2015 and 2017 along with the facility of paperless ticketing. The facility of booking unreserved tickets, including season tickets and also platform tickets is available through the ‘UTSONMOBILE’ app available for Android, IOS and Windows phones.
The process of ticket booking involves downloading the application and registration by furnishing the requisite details. After successful registration, the user is given user-ID and password through which the user can log-in and book ticket through this application within the ticketing area and outside the Geo-fenced area (geofenced area is station premises and train route within which ticket cannot be booked. Ticketing area is outside the geofenced area as defined in the application). Initially, the payment could be made only through R-Wallet. Subsequently, the facility of making payment through all types of digital modes i.e. debit card, credit card, net-banking, UPI and other e-wallets has been introduced through payment aggregators viz. Paytm, Mobikwik and Free charge, in line with Government’s directives to promote all digital modes of payments. The daily average number of passengers booking tickets through this app has increased from approximately 5400 in year 2015 to 4.70 lakh in October, 2018.
The UTSONMOBILE was also introduced on Non-Suburban sections in 2015 initially on Delhi-Palwal section of Northern Railway which was subsequently extended to other non-suburban sections of Northern, South Central, Southern, South Western, East Coast, South East Central and South Eastern Railways.
Benefits of the App:
- Mobile Ticketing shall promote 3C’s- Cashless transactions, Contact less ticketing and Customer convenience.
- Seamless booking of unreserved tickets all over Indian Railways.
- Obviate the need for passengers to wait in queues for purchasing the tickets and enhance the experience for booking unreserved tickets – journey, season tickets, platform tickets.
- Environment friendly.
About the App
- ‘UTSONMOBILE’ application available for Android, IOS, Windows phones. Can be downloaded from Google play or window store.
- Application ‘in house’ developed by Indian Railway- CRIS.
Patronization of the App:
App has 4 Star rating at Google play store.
- Increase in Number of tickets sold: approximately 1900/day in 2015 to 83,000/day in October, 2018.
- Increase in number of passengers: approximately 5400/day in 2015 to in 4.70 lakh/day in October, 2018.
रेल मंत्रालय ने मोबाइल से अनारक्षित टिकट सुविधा का देशभर में विस्तार किया
सीजन टिकटों और प्लेटफार्म टिकटों सहित अनारक्षित टिकटों की बुकिंग सुविधा ‘यूटीएसओनमोबाइल’ एप पर उपलब्ध
रेल मंत्रालय ने नकदी रहित लेन-देन (डिजिटल भुगतान) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मोबाइल से अनारक्षित टिकट बुकिंग सुविधा का विस्तार किया है। एक बड़ा कदम उठाते हुए सभी रेलवे जोनों के सभी गैर-उपनगरीय हिस्सों में अनारक्षित टिकटों की बुकिंग आज 1 नवम्बर से हो रही है। इससे पूरे भारतीय रेल में अनारक्षित टिकटों की बुकिंग आसानी से हो पाएगी। इससे यात्रियों को टिकटों की खरीद के लिए कतारों में लगकर प्रतीक्षा करने से निजात मिलेगी।
अनारक्षित टिकटों की बुकिंग के लिए एक शीर्ष परियोजना दिसम्बर 2014 में शुरू की गयी थी। यह सुविधा मध्य रेल के चुनिंदा स्टेशनों पर उपलब्ध थी।
इसके बाद 2015 और 2017 के बीच चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता और सिकंदराबाद महानगरों के सभी उपनगरीय हिस्से तक अनारक्षित मोबाइल टिकट की व्यवस्था का विस्तार किया गया। इसमें कागज रहित टिकट प्रणाली शामिल थी। सीजन टिकटों और प्लेटफार्म टिकटों सहित अनारक्षित टिकटों की बुकिंग सुविधा एंड्रायड, आईओएस और विंडोज फोनों के लिए उपलब्ध ‘यूटीएसओनमोबाइल’ एप के माध्यम से उपलब्ध है।
टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में एप्लिकेशन डाउनलोड करना और आवश्यक विवरण शामिल करते हुए पंजीकरण करना शामिल है। सफलतापूर्वक पंजीकरण के बाद उपभोक्ता को यूजर आईडी और पासवर्ड दिये जाते हैं। इनके माध्यम से उपभोक्ता इस एप्लिकेशन के जरिए लॉग-इन करके टिकट बुक कर सकते हैं। शुरूआत में केवल आर-वॉलेट के माध्यम से भुगतान किया जा सकेगा। बाद में सभी प्रकार के डिजिटल रूपों में भुगतान की सुविधा मिलेगी, जैसे- डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआई और अन्य ई-वॉलेट। इस एप के माध्यम से टिकटों की बुकिंग करने वाले यात्रियों की औसत दैनिक संख्या वर्ष 2015 के लगभग 5400 से बढ़कर अक्टूबर 2018 में 4.70 लाख हो गयी है।
अब रेलवे की अनारक्षित टिकट बुक करने के लिए यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। अब अनारक्षित टिकट को UTS ऐप के जरिए बुक कर सकते हैं। पहले अनारक्षित टिकट केवल टिकट काउंटर से ही बुक होती थी। पेपरलैस टिकट को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने यह कदम उठाया है। यहां हम आपको UTS ऐप इस्तेमाल करने के तरीके बारे में बता रहे हैं।
ऐसे करें UTS App का इस्तेमाल
- टिकट बुक करने से पहले आपको इस ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा।
- ऐप को इस्तेमाल करने से पहले यात्री को ऐप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसमें यात्री को अपने मोबाइल नंबर सहित तमाम जरूरी जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
- सफल रजिस्ट्रेशन के बाद यूजर के पास एक एसएमएस आएगा जिसमें उसका लॉगिन आईडी और पासवर्ड होगा साथ ही यूजर का जीरो बैलेंस के साथ आर वॉलेट भी बन जाएगा।
कैसे करें टिकट बुकिंग
- टिकट बुक करने के लिए आपको स्टेशन के 2 किमी दायरे में रहना होगा, लेकिन ट्रैक से कम से कम 30 मीटर दूर रहना पड़ेगा।
- टिकट बुकिंग करते वक्त आपके मोबाइल का इंटरनेट और जीपीएस दोनों ही ऑन होने चाहिए।
- यूटीएस ऐप्लिकेशन में लॉग इन करने के बाद शहर चुनें, रूट चुनें और गंतव्य चुनें।
- प्रक्रिया पूरी करने के बाद आर-वॉलेट से पेमेंट कर दें। आपको टिकट मोबाइल पर मिल जाएगी।