Press Information Bureau
Government of India
Ministry of Water Resources
29-November-2018 16:56 IST
Experts Exchange ideas on Ganga Museum
National Mission for Clean Ganga (NMCG) is planning to set up a Ganga Exhibition and a Ganga Museum as an instrument for public outreach, depicting the river’s history and mythology, its importance for the livelihood of a huge population, as well as efforts for Ganga Rejuvenation.
Expert from India and the European Union are meeting for two days on 29th & 30th November, 2018 to hold an International Workshop on “Developing a Ganga Museum Concept: Exchanging Experiences and Ideas between India and Europe” along with GIZ India as a part of Indo German Development Co-operation to exchange ideas and experiences regarding various aspects of the proposed museum, knowledge centre and exhibition.
Delivering the keynote address, Secretary Ministry of Water Resources River Developing and Ganga Rejuvenation Shri UP Singh said that the Ganga Museum should reflect all the aspects of the river like it’s mythological and spiritual significance, efforts to rejuvenate the river, economic activities going on along its banks and its biodiversity and aquatic life including fishes, turtles, dolphins etc. He hoped that ideas of international experts will enrich the concept of Ganga Museum.
Director General, NMCG Shri R.R.Mishra said that NMCG has been working towards the possibility for the establishment of a Ganga Museum. Identification of an appropriate location will be the essence of the project. People are connected with Ganga in different ways as pilgrims, as tourists and as beneficiaries of economic activities around it. Everybody should feel connected with the river. He said the Ganga Museum should be designed in such a way as to increase the connect and motivation to keep the river clean as a continuous process.
About 35 international and Indian museum experts as well representatives of Ministries of Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation, Art, Culture and Youth and Wildlife Institute of India are participating in the workshop. The ideas thrown up in the workshop will be compiled in a manual that will be used as a basis to further implement the necessary steps to set up a Ganga Museum and Exhibition.
पत्र सूचना कार्यालय
भारत सरकार
जल संसाधन मंत्रालय
29-नवंबर-2018 19:21 IST
गंगा संग्रहालय पर विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श किया
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए गंगा प्रदर्शनी और गंगा संग्रहालय की स्थापना करने की योजना बना रहा है। इस संग्रहालय में गंगा नदी का इतिहास, इसकी पौराणिकता, नदी पर करोड़ों लोगों की आजीविका के लिए आश्रित होना तथा गंगा संरक्षण विषयों को दर्शाया जाएगा।
गंगा संग्रहालय को विकसित करने के विषय पर 29 और 30 नवंबर, 2018 को आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में भारत तथा यूरोपीय संघ के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। यह कार्यशाला भारत-जर्मनी विकास सहयोग कार्यक्रम का हिस्सा है।
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय के सचिव श्री यू. पी. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि गंगा संग्रहालय नदी के सभी आयामों को चित्रित करेगा। जैसे पौराणिक व आध्यात्मिक महत्व, नदी को संरक्षित करने के प्रयास, तटों पर होने वाली आर्थिक गतिविधियां तथा जैव विविधता और मछलियों, कछुओं व डॉल्फिनों समेत जलीय जीवन को चित्रित करेगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के विचारों से गंगा संग्रहालय की संकल्पना समृद्ध होगी।
एनएमसीजी के महानिदेशक श्री आर. आर. मिश्रा ने कहा कि एनएमसीजी गंगा संग्रहालय की स्थापना पर विचार कर रहा है। इस संबंध में उचित स्थल की पहचान बहुत मत्वपूर्ण है। लोग गंगा से विभिन्न तरीकों से जुड़े हैं जैसे तीर्थयात्री, पर्यटक और आर्थिक गतिविधियों से लाभ प्राप्त करने वालों के रूप में हम सभी को गंगा से जुड़े होने का अनुभव करना चाहिए।
इस कार्यशाला में संग्रहालय क्षेत्र के भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लगभग 35 विशेषज्ञ तथा जल संसाधन, नदी विकास, गंगा संरक्षण, कला व संस्कृति व भारत वन्य जीवन संस्थान के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में वयक्त विचारों को एक पुस्तिका का रूप दिया जाएगा जो गंगा संग्रहालय और प्रदर्शनी की स्थापना में मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा।