3rd Ayurveda day celebrated
Minister of State for AYUSH Shri Shripad Yesso Naik has announced that Ayurveda Departments will be opened in the new 19 AIIMS. He said, work is already on to start Ayurveda Departments in hundred ESIC hospitals under Ministry of Labour. Further, approval has been received from Home Ministry to open Ayurveda Deparments in seven hospitals of BSF and other Para military forces.
Inaugurating the 3rd Ayurveda Day in New Delhi today along with Union Minister for Science & Technology, Earth Sciences and Environment, Forest and Climate Change Dr. Harsh Vardhan, Shri Naik said, this year Ministry has taken many steps to fulfil the theme ‘Ayurveda for public health’ and decided for further expand the coverage of the National Programme of ‘Prevention of Non Communicable Disease’ from exiting six states. The Minister further said, the Ministry will organise 50 workshops in collaboration with MSME to enhance entrepreneurship in Ayurveda and AYUSH sector.
While addressing the gathering Dr. Harshvardhan shared his experiences about Ayurveda and other systems of Indian medicine. He emphasised upon the scientific integration of AYUSH system of medicines. He has also appreciated yesterday’s seminar for sensitizing young entrepreneurs and exploring business opportunities in Ayurveda.
The third Ayurveda Day is being celebrated throughout the country on the occasion of Dhanwantari Jayanti today. As a part of Ayurveda Day celebration, Ministry had organised a “National Seminar on Entrepreneurship and Business Development in Ayurveda” in association with NITI Aayog on 4th & 5th November 2018 at New Delhi, with the intention to encourage entrepreneurs and Ayurveda stakeholders towards businesses opportunities in the sector. The National Dhanwantary Ayurveda Awards were also given away today.
Nearly 800 participants from across the country were participated in the main function of 3rd Ayurveda day. On this occasion “National Dhanwantari Ayurveda Award” were also conferred to eminent Vaidyas. This year, this prestigious awards are given to Vd. S.K. Mishra, Prof. M. S. Baghel and Dr.Itoozhi Bhavadasan for their significant contribution for the promotion of Ayurveda. A cash prize of Rs. 5 lacs along with citation are given to the awardees. The winners of the National level Ayurveda quiz conducted by All India Institute of Ayurveda (AIIA), New Delhi, were also felicitated during function.
Another highlight observation of the 3rd Ayurveda Day was launch of the AYUSH-Health Management Information System (A-HMIS), a dedicated software application for Electronic Health Record (EHR) for the AYUSH systems of Healthcare which is expected to revolutionise the way Ayurveda, Yoga, Unani, Siddha and Homoeopathy are practised in the country, by inducting modern IT-solutions into these systems.
Member NITI Aayog Dr. V.K. Paul, Vaidya Rajech Kotecha, Secretary-AYUSH, Vaidya Devendra Triguna, Sh. Pramod Kumar Pathak, Additional Secretary, Ministry of AYUSH and Sh. P.N. Ranjit Kumar, Joint Secretary, Ministry of AYUSH were also present on this occasion.
तीसरा आयुर्वेद दिवस मनाया गया
आयुष राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाईक ने घोषणा की है कि 19 नए एम्स में आयुर्वेद विभाग खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि श्रम मंत्रालय के अधीनस्थ 100 ईएसआईसी अस्पतालों में आयुर्वेद विभाग खोलने की दिशा में पहले ही काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा बीएसएफ और अन्य अर्द्ध सैन्य बलों के सात अस्पतालों में आयुर्वेद विभाग खोलने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से मंजूरी प्राप्त हो चुकी है।
केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ आज नई दिल्ली में तीसरे आयुर्वेद दिवस का शुभारंभ करते हुए श्री नाईक ने कहा कि इस वर्ष मंत्रालय ने ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद’ थीम को पूर्णता प्रदान करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं और इसके साथ ही ‘गैर संचारी रोग की रोकथाम’ नामक राष्ट्रीय कार्यक्रम का दायरा मौजूदा 6 राज्यों से और ज्यादा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय आयुर्वेद और आयुष क्षेत्र में उद्यमिता बढ़ाने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के सहयोग से 50 कार्यशालाएं आयोजित करेगा।
डॉ. हर्षवर्धन ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आयुर्वेद के साथ-साथ अन्य भारतीय चिकित्सा प्रणालियों से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने आयुष चिकित्सा प्रणालियों के वैज्ञानिक एकीकरण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने युवा उद्यमियों को संवेदनशील बनाने और आयुर्वेद में कारोबार के अवसरों की तलाश के लिए कल आयोजित की गई संगोष्ठी की भी सराहना की।
आज धनवंतरी जयंती के अवसर पर देश भर में तीसरा आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है। आयुर्वेद दिवस समारोह के एक हिस्से के रूप में मंत्रालय ने 4 एवं 5 नवम्बर, 2018 को नई दिल्ली में नीति आयोग के सहयोग से ‘आयुर्वेद में उद्यमिता एवं व्यावसायिक विकास’ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की, जिसका उद्देश्य आयुर्वेद क्षेत्र में उपलब्ध कारोबारी अवसरों की ओर उद्यमियों और आयुर्वेद के हितधारकों को प्रोत्साहित करना था। आज राष्ट्रीय धनवंतरी आयुर्वेद पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
तीसरे आयुर्वेद दिवस पर आयोजित मुख्य समारोह में देश भर के लगभग 800 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रतिष्ठित वैद्यों को ‘राष्ट्रीय धनवंतरी आयुर्वेद पुरस्कार’ प्रदान किए गए। इस वर्ष वैद्य एस.के. मिश्रा, प्रो. एम.एस. बाघेल और डॉ. इतुझी भवदशन को आयुर्वेद के संवर्धन में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए ये प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। यह पुरस्कार प्राप्त करने वालों को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाते हैं। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) द्वारा आयोजित की गई राष्ट्रीय स्तर की आयुर्वेद प्रश्नोत्तरी के विजेताओं का भी अभिनंदन इस अवसर पर किया गया।
तीसरे आयुर्वेद दिवस की एक विशेष बात यह भी रही कि इस अवसर पर ‘आयुष-स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (ए-एचएमआईएस)’ को लांच किया गया जो आयुष की स्वास्थ्य प्रणालियों हेतु इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (ईएचआर) के लिए एक समर्पित सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है और इससे देश में आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध एवं होम्योपैथी से जुड़े इलाज में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है, क्योंकि इन प्रणालियों में अब आधुनिक आईटी-सॉल्यूशन्स को शामिल किया जाएगा।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल, आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, वैद्य देवेन्द्र त्रिगुना, आयुष मंत्रालय में अपर सचिव श्री प्रमोद कुमार पाठक और आयुष मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री पी.एन. रंजीत कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।