Main Nahin Hum portal and app ‘मैं नहीं हम’ पोर्टल और एप

        PM interacts with IT and electronic manufacturing professionals on the occasion of the launch of “Main Nahin Hum” Portal and App 
       The Prime Minister, Shri Narendra Modi, 24.10.2018 launched the “Main Nahin Hum” portal and app, in New Delhi.
मैं+नहीं+हम
     The portal, which works on the theme “Self4Society”, will enable IT professionals and organizations to bring together their efforts towards social causes, and service to society, on one platform. In doing so, the portal is expected to help catalyse greater collaboration towards the service of the weaker sections of society, especially by leveraging the benefits of technology. It is also expected to generate wider participation of interested people who are motivated to work for the benefit of society.
        Interacting with a wide cross-section of IT and electronic manufacturing professionals, captains of industry and technocrats on the occasion, the Prime Minister said he is sure that people want to work for others, serve society and make a positive difference.
    Among those who interacted with the Prime Minister today were Shri Anand Mahindra, SmtSudhaMurthy, and a number of young professionals, from India’s top IT companies.
     Every effort, however big or small, must be valued, the Prime Minister said, adding that Governments may have schemes and budgets but the success of any initiative lies in public involvement.Let us think about how we can use our strengths to bring a positive difference in the lives of others, the Prime Minister exhorted the gathering.
       The Prime Minister noted that he observes India’s youngsters leveraging the power of technology very well. He said that they are using technology not only for themselves but also for the welfare of others. He described this as a wonderful sign. Noting that there are many start-ups in the social sector, the Prime Minister wished the young social entrepreneurs well.
       Responding to questions in a townhall style interaction, the Prime Minister said that it is essential to step out of our comfort zone. There is so much to learn and discover, he added.
    IT professionals explained their efforts towards social volunteering, especially in skilling and cleanliness.In response to an observation, the Prime Minister asserted that the symbol of the Swachh Bharat Mission is the spectacles of Bapu, the inspiration is Bapu and we are fulfilling Bapu’s vision.
     The Prime Minister said that on many occasions, what the “Sarkar” cannot do, “Sanskar” can do. Let us make cleanliness a part of our value systems, he added.
    Speaking on the importance of conserving water, the Prime Minister said that in order to learn about water conservation, people should visit Porbandar in Gujarat, and see the home of Mahatma Gandhi. We need to conserve water and recycle water, he added. I appeal to my hardworking farmers to embrace drip irrigation, the Prime Minister said.
    The Prime Minister said that through volunteering efforts, a lot can be done in the agriculture sector. Youngsters must venture out and work for the welfare of farmers, he added.
     The Prime Minister asserted that more people are paying taxes because they have faith that their money is being used properly and for the welfare of people.
      He said that India is making a mark in the start-up sector due to the talent of its youth.
     Responding to a team that is working to create rural digital entrepreneurs, the Prime Minister said that it is important to create an India where everyone has equal opportunities.
     The Prime Minister said doing social work should be a matter of great pride for everyone.
     Expressing disagreement with the trend to criticize business and industry, the Prime Minister said that this townhall programme has illustrated how leading corporates are doing excellent social work, and urging their employees to venture out and serve the people.
 प्रधानमंत्री ने आईटी और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण से जुड़े प्रोफेशनलों से संवाद किया

     प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 24.10.2018 को नई दिल्ली में ‘मैं नहीं हम’ पोर्टल और एप लॉन्च किया।

     ‘मैं नहीं हम’ पोर्टल ‘सेल्फ4सोसाइटी’ की थीम पर काम करेगा। इससे आईटी पेशेवरों और संगठनों को सामाजिक मुद्दों और समाज की सेवा के लिए उनके किए गए प्रयासों को एक मंच पर लाने में मदद मिलेगी। ऐसा करने में यह पोर्टल समाज के कमजोर तबकों की सेवा में खासकर प्रौद्योगिकी के फायदों के जरिए बड़े सहयोग को बढ़ावा देने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाएगा। ये उम्मीद की जाती है कि समाज के हित में काम करने के लिए लोगों की भागीदारी बढ़ाने में भी यह पोर्टल मददगार साबित होगा।

main+nahi+hun

     इस मौके पर आईटी और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण से जुड़े पेशेवरों, उद्योग से जुड़ी हस्तियों और टेक्नोक्रेट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि लोग दूसरों के लिए काम करना, समाज की सेवा करना और कुछ सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करना चाहते हैं।

     प्रधानमंत्री से आज संवाद करने वालों में श्री आनंद महिंद्रा, श्रीमती सुधा मूर्ति और भारत की बड़ी आईटी कंपनियों से जुड़े बड़ी संख्या में युवा पेशेवर शामिल थे।

     प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी प्रयासों को चाहे वो छोटे हों या बड़े को महत्व दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की बजट और योजनाएं हो सकती हैं लेकिन किसी भी पहल की सफलता उसमें शामिल लोगों की भागादारी से मिलती है। प्रधानमंत्री ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि हम ये सोचें कि कैसे अपनी ताकत का इस्तेमाल दूसरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए करें।

     प्रधानमंत्री ने यह बात रेखांकित की कि उन्‍होंने भारत के युवाओं को प्रौद्योगिकी की ताकत का बड़े ही अच्‍छे ढंग से उपयोग करते हुए देखा है। उन्‍होंने कहा कि देश के युवा प्रौद्योगिकी का उपयोग न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरे लोगों के कल्‍याण के लिए भी कर रहे हैं। उन्‍होंने इसे एक अदभुत संकेत के रूप में वर्णित किया। प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्‍लेख किया कि सामाजिक क्षेत्र में अनेक स्‍टार्ट-अप्स कार्यरत हैं। इसके साथ ही उन्‍होंने युवा सामाजिक उद्यमियों की सफलता की कामना की।

     प्रधानमंत्री ने टाउनहॉल तर्ज पर आयोजित संवाद के दौरान विभिन्‍न प्रश्‍नों का जवाब देते हुए कहा कि यह अत्‍यंत आवश्‍यक है कि हम अपने निर्धारित कार्यकलाप से परे हटकर कुछ अभिनव कार्य करें। उन्‍होंने कहा कि सीखने और नई खोज करने की व्‍यापक गुंजाइश है।

     आईटी प्रोफेशनलों ने विशेषकर कौशल विकास और स्‍वच्‍छता के क्षेत्र में सामाजिक स्‍वयंसेवा के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में विस्‍तार से बताया। एक प्रश्‍न के जवाब में प्रधानमंत्री ने विशेष जोर देते हुए कहा कि स्‍वच्‍छ भारत मिशन का प्रतीक बापू का चश्‍मा है, प्रेरणा बापू हैं और हम बापू के सपने को साकार कर रहे हैं।

     प्रधानमंत्री ने कहा कि अनेक अवसरों पर जब ‘सरकार’ कुछ नहीं कर पाती है, तो उसे ‘संस्कार’ कर दिखाते हैं। उन्‍होंने कहा कि हमें स्‍वच्‍छता को अपनी दिनचर्या का एक हिस्‍सा बनाना चाहिए।

     प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वयं सेवा के प्रयासों से कृषि क्षेत्र में काफी कुछ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए युवाओं को बढ़चढ़ कर काम करना चाहिए।

     प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की तुलना में अधिक लोग कर अदायगी कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि उनके धन का समुचित इस्तेमाल हो रहा है जो लोगों के कल्याण के लिए है।

     उन्होंने कहा कि भारत अपने युवाओं की प्रतिभा के बल पर स्टार्टअप क्षेत्र में कीर्तिमान कायम कर रहा है।

     ग्रामीण डिजिटल उद्यमिता के सृजन के लिए कार्यरत एक टीम के प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ऐसे भारत का सृजन करना महत्वपूर्ण है, जहां सबके लिए समान अवसर हो।

     प्रधानमंत्री ने कहा कि समाज सेवा के कार्य को सबके लिए एक गर्व का विषय होना चाहिए।

     व्यापार और उद्योग की आलोचना के रूझानों से असहमति व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम ने यह दर्शाया है कि किस प्रकार अग्रणी कंपनियां विशिष्ट सामाजिक कार्य कर रहे हैं और अपने कर्मचारियों से यह कह रहे हैं कि वे आगे आकर लोगों की सेवा करें।

Share via
Copy link